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क्या बच्चों के नाक और कान में तेल डालना सही है?

बच्चों की देखभाल में अक्सर दादी-नानी के नुस्खों का सहारा लिया जाता है, लेकिन क्या ये सही हैं? जानें कि बच्चों के नाक और कान में सरसों का तेल डालना कितना हानिकारक हो सकता है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, यह न केवल संक्रमण का कारण बन सकता है, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ भी उत्पन्न कर सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बच्चों के नाक और कान में तेल डालने के नुकसान क्या हैं और इसके स्थान पर क्या उपाय किए जा सकते हैं।
 

बच्चों की देखभाल में सावधानी

माँ-बाप अक्सर अपने छोटे बच्चों की देखभाल के लिए दादी-नानी के घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं। हालांकि, कई बार ये नुस्खे हानिकारक साबित हो सकते हैं और इनमें कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता। छोटे बच्चे बेहद नाजुक होते हैं, और उनकी देखभाल में कई बार गलतियाँ हो जाती हैं। आमतौर पर, महिलाएं अपने बच्चों के नाक और कान में सरसों का तेल डालने का काम करती हैं, यह मानते हुए कि इससे नाक बंद नहीं होगी और कान में मैल नहीं जमा होगा। लेकिन इस पर डॉक्टरों की राय क्या है, आइए जानते हैं।


क्या नाक-कान में तेल डालना चाहिए?

बच्चों के विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों के नाक या कान में तेल डालना बिल्कुल भी उचित नहीं है। कई माताएँ सरसों का तेल डालती हैं, जो कई समस्याओं का कारण बन सकता है। सरसों का तेल गाढ़ा और इरिटेटिंग होता है, जिससे कई तरह की परेशानियाँ हो सकती हैं। इससे संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, बच्चों के नाक-कान में सरसों का तेल डालने से बचें।


नुकसान क्या हो सकते हैं?

डॉक्टरों के अनुसार, यदि आप बच्चे की नाक में सरसों का तेल डालते हैं, तो यह नाक में ब्लॉकेज पैदा कर सकता है। यह फेफड़ों में जाकर निमोनिया का कारण भी बन सकता है। इसके अलावा, कान में तेल डालने से फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है, जिससे इयर ड्रम को भी नुकसान पहुँच सकता है।


तेल के स्थान पर क्या उपयोग करें?

डॉक्टरों का सुझाव है कि यदि बच्चे के कान में अधिक मैल जमा हो रहा है, तो केवल डॉक्टर की सलाह पर ही कोई ड्रॉप डालें। खुद से कुछ भी कान में डालने या साफ करने से बचें। जब बच्चे की नाक बंद हो, तो आप सामान्य सलाइन ड्रॉप का उपयोग कर सकते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ भी डालने से बचें।


डॉक्टर की सलाह