क्या भारत में टिकटॉक पर बैन खत्म होगा? जानें सरकार की स्थिति
टिकटॉक पर बैन की स्थिति स्पष्ट
टिकटॉक पर बैन जारी है: भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि लोकप्रिय चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक को फिर से खोलने का कोई निर्देश नहीं दिया गया है। हाल ही में कुछ उपयोगकर्ताओं ने अपने डेस्कटॉप ब्राउज़र से टिकटॉक की वेबसाइट तक पहुंच बनाई, जिससे यह अफवाह फैली कि सरकार ने इस ऐप पर से प्रतिबंध हटा लिया है।
कोई नया आदेश नहीं आया
टिकटॉक पर कोई नया निर्देश नहीं
हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार की रात यह स्पष्ट किया कि टिकटॉक के संबंध में कोई नया आदेश नहीं आया है। सरकार ने इस तरह की खबरों को पूरी तरह से गलत और भ्रामक बताया है।
59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध
59 चीनी ऐप्स पर लगाया गया था बैन
जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़पों के बाद, केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी के कारण 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। इस सूची में टिकटॉक, यूसी ब्राउज़र और शीन जैसे ऐप शामिल थे। इसके बाद पबजी समेत कई अन्य ऐप्स को भी बैन किया गया।
बैन अब भी प्रभावी
टिकटॉक और अन्य ऐप्स पर बैन जारी
सरकारी आदेश के अनुसार, इन ऐप्स पर बैन अब भी प्रभावी है और इन्हें भारत में कानूनी रूप से एक्सेस नहीं किया जा सकता। जब 2020 में यह बैन लागू हुआ, तब भारत में लगभग 20 करोड़ सक्रिय टिकटॉक उपयोगकर्ता थे, जो अचानक इस प्लेटफॉर्म से कट गए। टिकटॉक उस समय भारतीय युवाओं और कंटेंट क्रिएटर्स के बीच सबसे लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप था। लेकिन सरकार ने इसे "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा" और "डेटा प्राइवेसी रिस्क" बताते हुए तुरंत बंद करने का निर्णय लिया था।
भारत-चीन के रिश्तों में सुधार
चीनी विदेश मंत्री का भारत दौरा
हाल के दिनों में भारत और चीन के बीच कूटनीतिक संबंधों में सुधार की कोशिशें दिखाई दे रही हैं। हाल ही में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने नई दिल्ली का दौरा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने बातचीत को "स्पष्ट और रचनात्मक" बताते हुए संबंध सुधार पर जोर दिया। इसके अलावा, इस महीने के अंत में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की संभावित चीन यात्रा भी रिश्तों में सकारात्मक संकेत मानी जा रही है।
सरकार की सख्ती बरकरार
सरकार ने नहीं दिखाई ढिलाई
इसके बावजूद, सरकार ने टिकटॉक के मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं दिखाई है। यह स्पष्ट है कि जब तक डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों से जुड़े मुद्दों पर चीन की तरफ से ठोस भरोसा नहीं मिलता, तब तक टिकटॉक और अन्य बैन ऐप्स की वापसी की संभावना बहुत कम है।