क्या वॉशिंगटन डीसी में ट्रंप की सुरक्षा तैनाती है सही या गलत? जानें पूरी कहानी
ट्रंप की सुरक्षा बलों से मुलाकात
Washington DC Troops : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को वॉशिंगटन डीसी में तैनात पुलिस और सैनिकों से मुलाकात की, जिन्हें उन्होंने खुद राजधानी में "अपराध पर लगाम लगाने" के लिए भेजा था. ट्रंप का कहना है कि ये सुरक्षा बल राजधानी को "बिलकुल सुरक्षित" बनाने तक यहीं रहेंगे. ट्रंप ने एक पार्क पुलिस केंद्र के बाहर संवाददाताओं से कहा, "हम इसे पूरी तरह सुरक्षित बनाएंगे और फिर आगे दूसरे इलाकों में जाएंगे, लेकिन फिलहाल हम यहीं रहेंगे."
विरोध के बीच भारी सुरक्षा तैनाती
विरोध के बीच भारी सुरक्षा तैनाती
हालांकि ट्रंप का दावा है कि वे वॉशिंगटन को "वापस ले रहे हैं", राजधानी में कई लोगों ने इस कदम का विरोध किया है. स्थानीय लोग इसे जरूरत से ज्यादा और दिखावटी बता रहे हैं. ट्रंप ने पिछले सप्ताह नेशनल गार्ड के सैकड़ों सदस्यों को डीसी में तैनात करने का आदेश दिया था, जबकि वॉशिंगटन पुलिस के आंकड़ों के अनुसार 2023 से 2024 के बीच हिंसक अपराधों में गिरावट आई है.
ट्रंप का घास पर ज्ञान
घास की समझ मुझे सबसे ज्यादा है... ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि वे न केवल राजधानी को सुरक्षित बनाएंगे, बल्कि इसका "भौतिक रूप से नवीकरण" भी करेंगे. उन्होंने खास तौर पर शहर के पार्कों को फिर से संवारने की बात कही. मजाकिया अंदाज़ में ट्रंप ने जोड़ा, "मैं घास के बारे में सबसे ज़्यादा जानता हूँ, क्योंकि मेरे पास बहुत सारे गोल्फ कोर्स हैं."
वाइस प्रेसिडेंट का विरोध
वाइस प्रेसिडेंट जे.डी. वांस का विरोध
इस घटना से एक दिन पहले, ट्रंप के उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस ने भी सैनिकों से मुलाकात की थी, लेकिन उन्हें वहां "फ्री डीसी" के नारे सुनने पड़े. ये नारे वॉशिंगटन डीसी के पूर्ण अधिकारों और आत्म-प्रशासन की मांग को लेकर थे. वांस ने इन विरोधों को "पागल प्रदर्शनकारियों की हरकत" कहकर नज़रअंदाज़ कर दिया.
अन्य राज्यों से सैनिकों की तैनाती
दूसरे राज्यों से भी भेजे गए सैनिक
डीसी नेशनल गार्ड के करीब 800 जवान पहले से तैनात हैं, और ओहायो, लुइज़ियाना, मिसिसिपी, साउथ कैरोलिना, टेनेसी और वेस्ट वर्जीनिया जैसे रिपब्लिकन शासित राज्यों से करीब 1,200 अतिरिक्त जवान भेजे जा रहे हैं. इन्हें नेशनल मॉल, बेसबॉल स्टेडियम और अन्य पर्यटन स्थलों पर तैनात किया गया है.
स्थानीय लोगों की राय
कुछ लोगों का समर्थन, कुछ का विरोध
हालांकि कुछ स्थानीय लोग इन तैनात बलों से संतुष्ट हैं, खासकर वे जो अपराध-प्रभावित इलाकों में रहते हैं, लेकिन कई लोग इस "शक्ति प्रदर्शन" को गैरज़रूरी और चयनात्मक बता रहे हैं. उनका कहना है कि जहां वास्तव में अपराध है, वहां सुरक्षाबल कम ही दिखाई दे रहे हैं.
सैंडविच वाला विरोध का चेहरा
सैंडविच वाला बन गया विरोध का चेहरा
सुरक्षा तैनाती के बीच एक घटना सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई जिसमें एक व्यक्ति को पुलिस पर सैंडविच फेंकते हुए गिरफ्तार किया गया. यह घटना इतनी मशहूर हो गई कि शहर में "Banksy" स्टाइल की पोस्टर कला में उस व्यक्ति को "सैंडविच वाला" बताते हुए जगह-जगह दीवारों पर पोस्टर दिखने लगे.
पुलिस नियंत्रण पर ट्रंप का प्रयास
ट्रंप ने पुलिस नियंत्रण अपने हाथ में लेने की कोशिश की
इस तैनाती के साथ-साथ ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी की पुलिस व्यवस्था पर भी नियंत्रण पाने की कोशिश की है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने एक समय पुलिस विभाग के शीर्ष नेतृत्व को हटाकर पूरी कमान अपने हाथ में लेने की भी कोशिश की थी.
लॉस एंजेलेस के बाद वॉशिंगटन में सेना तैनात
लॉस एंजेलेस के बाद वॉशिंगटन में सेना तैनात
यह कदम उस समय आया जब ट्रंप ने पहले लॉस एंजेलेस में भी नेशनल गार्ड और मरीन को तैनात किया था, जहां प्रवासन विरोधी छापों के कारण हिंसक प्रदर्शन हुए थे. अब वॉशिंगटन में भी वही रणनीति अपनाई जा रही है, जिससे अमेरिका की राजधानी फिर एक बार राष्ट्रीय बहस का केंद्र बन गई है.