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क्या सोनम वांगचुक के पाकिस्तान से हैं संबंध? लद्दाख में बढ़ते विवाद पर डीजीपी का बयान

लद्दाख के डीजीपी एस डी सिंह जामवाल ने सोनम वांगचुक पर पाकिस्तान से संबंध होने का आरोप लगाया है। वांगचुक की हालिया गिरफ्तारी और उनके द्वारा की गई भूख हड़ताल ने विवाद को और बढ़ा दिया है। डीजीपी ने कहा कि वांगचुक पर भड़काऊ बयान देने और हिंसा भड़काने का आरोप है। इस मामले में विदेशी तत्वों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और क्या है सरकार का रुख।
 

सोनम वांगचुक पर गंभीर आरोप

सोनम वांगचुक: लद्दाख के डीजीपी एस डी सिंह जामवाल ने शनिवार को सोनम वांगचुक के बारे में एक चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनम वांगचुक के पाकिस्तान से संबंध हैं और उनकी पड़ोसी देशों की यात्राओं पर गंभीर सवाल उठते हैं। हाल ही में, सोनम वांगचुक ने केंद्र शासित प्रदेश को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर भूख हड़ताल की थी।


गिरफ्तारी और आरोप

सोनम वांगचुक को शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया और बाद में जोधपुर सेंट्रल जेल में भेज दिया गया। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को एक षड्यंत्र बताते हुए कहा कि केंद्र उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है, जबकि लोगों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।


पाकिस्तानी संपर्कों का खुलासा

पाकिस्तानी संपर्कों का खुलासा

लेह में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी जामवाल ने कहा कि हाल ही में एक पाकिस्तानी पीआईओ को गिरफ्तार किया गया है, जो सीमा पार रिपोर्ट भेज रहा था। उनके पास इसके सबूत हैं। वांगचुक पाकिस्तान में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे और बांग्लादेश भी गए थे, जिससे कई सवाल उठते हैं। मामले की जांच जारी है।


वांगचुक पर हिंसा भड़काने का आरोप

वांगचुक ने भीड़ को उकसाया: सरकार

सरकार ने लद्दाख में हालिया अशांति के लिए सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया है। उन पर भड़काऊ बयान देने और अधिकारियों के साथ बातचीत का विरोध करने वाले राजनीतिक समूहों के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया गया है।

डीजीपी एसडी सिंह जामवाल ने कहा, "सोनम वांगचुक का भड़काने का इतिहास रहा है। उन्होंने अरब स्प्रिंग, नेपाल और बांग्लादेश का उल्लेख किया है। उनके द्वारा दिए गए धन की जांच एफसीआरए के संभावित उल्लंघनों के लिए चल रही है।"


लद्दाख हिंसा में विदेशी तत्वों की भूमिका

लद्दाख हिंसा में विदेशी हाथ

विदेशी तत्वों के शामिल होने के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि जांच के दौरान दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह स्पष्ट नहीं है कि वे किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हैं या नहीं। इस क्षेत्र में नेपाली नागरिकों का काम करने का इतिहास रहा है, इसलिए इसकी और जांच की आवश्यकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि तथाकथित पर्यावरण कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषणों ने केंद्र शासित प्रदेश में हिंसा भड़काने में योगदान दिया।