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क्यों अमित शाह ने पीएम मोदी की विदेश नीति को बताया 'रीढ़'?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की विदेश नीति की सराहना करते हुए इसे 'रीढ़' बताया। उन्होंने कहा कि मोदी का कार्यकाल इतिहास में सबसे प्रभावशाली होगा। शाह ने नेहरू और मोदी की विदेश नीति की तुलना की और बताया कि मोदी सरकार ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब चुप नहीं रहेगा और सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं होगा। जानें शाह के मोदी के साथ व्यक्तिगत अनुभव और भाजपा की स्थिति के बारे में।
 

अमित शाह का मोदी के नेतृत्व पर बयान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की विदेश नीति की प्रशंसा की: अमित शाह ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति को 'रीढ़' बताते हुए कहा कि इससे पहले यह 'निष्कलंक' थी। उनका मानना है कि जब भविष्य में इतिहासकार विभिन्न प्रधानमंत्रियों का मूल्यांकन करेंगे, तो पीएम मोदी का कार्यकाल विशेष रूप से विदेश नीति के संदर्भ में सबसे प्रभावशाली माना जाएगा। यह बयान उन्होंने मोदी के 75वें जन्मदिन पर दिया।


नेहरू और मोदी की तुलना

शाह ने नेहरू और मोदी की विदेश नीति की तुलना की
जब अमित शाह से पूछा गया कि वे जवाहरलाल नेहरू और नरेंद्र मोदी की विदेश नीति की तुलना कैसे करेंगे, तो उन्होंने कहा कि पहले सुरक्षा मुद्दों को नजरअंदाज किया जाता था, जबकि कूटनीति को प्राथमिकता दी जाती थी। लेकिन मोदी सरकार ने सुरक्षा को प्राथमिकता दी है और पाकिस्तान द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों का तुरंत जवाब दिया। शाह ने कहा कि जब पाकिस्तान ने हमला किया, तो भारत ने न केवल त्वरित प्रतिक्रिया दी, बल्कि एक महीने के भीतर कठोर कदम भी उठाए।


भारत की नई नीति

भारत का नया दृष्टिकोण: 'हम अब चुप नहीं रहेंगे'
अमित शाह ने कहा कि भारत की नई नीति यह स्पष्ट करती है कि अब भारतीयों का खून बहने नहीं दिया जाएगा। मोदी सरकार ने सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं करने का संकल्प लिया है। उनका कहना था कि पीएम मोदी ने अपनी विदेश नीति को स्पष्ट और मजबूत तरीके से प्रस्तुत किया है।


मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा

मोदी के नेतृत्व की सराहना
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अब तक के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं। शाह के अनुसार, मोदी का कार्यकाल लंबा होने के बावजूद, वह पिछले 24 वर्षों से लगातार काम कर रहे हैं, बिना कोई छुट्टी लिए। उन्होंने बताया कि मोदी का सफर एक सामान्य पार्टी कार्यकर्ता से लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बनने तक का रहा है।


मोदी के साथ शाह का व्यक्तिगत अनुभव

मोदी के साथ शाह का व्यक्तिगत अनुभव
अमित शाह ने कहा कि मोदी का नेतृत्व और कार्यशैली उन्हें हमेशा प्रेरित करती रही है। उनका कहना था कि मोदी ने अपने हर नए पद के लिए अपनी सोच और दृष्टिकोण को विस्तार दिया और राष्ट्रहित में कार्य किया। शाह ने यह भी कहा कि मोदी और उनका राजनीतिक करियर एक समान था, केवल अंतर 8-10 साल का था।


भारत में भाजपा की स्थिति

भारत में भाजपा की स्थिति
अमित शाह, जो अक्टूबर में 61 वर्ष के हो जाएंगे, को बीजेपी में मोदी के बाद सबसे प्रभावशाली नेता माना जाता है। उन्होंने गुजरात में मोदी के मुख्यमंत्री रहते गृह मंत्रालय का कार्य संभाला था, और फिर राष्ट्रीय राजनीति में मोदी के साथ कदम से कदम मिलाकर चले। वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और अब केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।