क्वाड: भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का सामरिक गठबंधन
क्वाड का परिचय
क्वाड, जिसे क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग भी कहा जाता है, चार देशों का एक सामरिक मंच है, जिसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। इसका मुख्य उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्रता, समावेशिता, समृद्धि और शांति को बढ़ावा देना है। क्वाड के सदस्य देश नियमित रूप से शिखर बैठकें आयोजित करते हैं, सूचना साझा करते हैं और संयुक्त सैन्य अभ्यास करते हैं, जिससे यह क्षेत्रीय स्थिरता का एक महत्वपूर्ण आधार बन चुका है।
क्वाड की शुरुआत 2007 में
क्वाड की शुरुआत 2007 में
क्वाड की शुरुआत 2007 में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा की गई थी, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री जॉन हॉवर्ड और अमेरिका के उपराष्ट्रपति डिक चेनी का समर्थन शामिल था। इस पहल का उद्देश्य चारों देशों के बीच रणनीतिक संवाद और सहयोग को बढ़ावा देना है।
क्वाड के मुख्य लक्ष्यों में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को सुनिश्चित करना, मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को सशक्त बनाना शामिल है। इसके अतिरिक्त, यह चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने की रणनीति के रूप में भी देखा जाता है।
मानवीय संकटों में क्वाड की भूमिका
क्वाड ने मानवीय संकटों के दौरान भी अपनी सक्रियता दिखाई है। COVID-19 महामारी के दौरान, ब्राज़ील, इज़राइल, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और वियतनाम जैसे देशों को 'क्वाड प्लस' वार्ताओं में शामिल किया गया, जिससे इसकी भूमिका केवल सामरिक नहीं, बल्कि मानवीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण बन गई।
क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे एस. जयशंकर
क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे एस. जयशंकर
हालिया घटनाक्रम के अनुसार, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 30 जून से 2 जुलाई तक अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान, वे 1 जुलाई को वाशिंगटन डीसी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक (QFMM) में भाग लेंगे, जिसकी मेज़बानी अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो करेंगे।
इस बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर गहन चर्चा होगी और क्वाड की विभिन्न पहलों पर हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी। यह संवाद वैश्विक और क्षेत्रीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।