क्वेटा में शक्तिशाली कार बम विस्फोट, 10 लोगों की मौत और 19 घायल
क्वेटा में फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के पास एक शक्तिशाली कार बम विस्फोट हुआ, जिसमें 10 लोगों की जान चली गई और 19 अन्य घायल हुए। विस्फोट की तीव्रता ने आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैला दी। बचाव दल और पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में आपातकाल घोषित किया है। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है, लेकिन बलूचिस्तान में सक्रिय अलगाववादी संगठनों पर संदेह है।
Sep 30, 2025, 16:32 IST
क्वेटा में बम विस्फोट की घटना
पाकिस्तान के क्वेटा में फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) मुख्यालय के निकट एक व्यस्त सड़क पर एक शक्तिशाली कार बम विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 10 लोगों की जान चली गई और 19 से अधिक लोग घायल हुए। बलूचिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री बख्त मुहम्मद काकर ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की और बताया कि यह संख्या बढ़ सकती है। इस धमाके की आवाज़ मॉडल टाउन और आस-पास के क्षेत्रों में सुनाई दी, जिससे घरों और व्यावसायिक इमारतों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। इसके तुरंत बाद गोलियों की आवाजें भी सुनाई दीं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
घटनास्थल पर बचाव कार्य
बचाव दल और पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और क्षेत्र को घेर लिया, ताकि जांचकर्ता हमले की प्रकृति का पता लगा सकें। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच जारी है। घायलों और मृतकों को क्वेटा के सिविल अस्पताल में ले जाया गया, जहां आपातकाल घोषित किया गया। स्वास्थ्य मंत्री काकर और स्वास्थ्य सचिव मुजीब-उर-रहमान के निर्देश पर बीएमसी अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर के लिए भी अलर्ट जारी किया गया। अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स को आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात किया गया है।
विस्फोट की तीव्रता और संभावित जिम्मेदारी
स्थानीय निवासियों ने बताया कि विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसकी आवाज़ मीलों दूर तक सुनाई दी। एम्बुलेंस पीड़ितों को अस्पताल पहुंचा रही हैं और सुरक्षाकर्मियों ने आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हालांकि, किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बलूचिस्तान में सक्रिय अलगाववादी संगठनों पर संदेह जताया जा रहा है। क्वेटा, जो बलूचिस्तान की राजधानी है, लंबे समय से प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी जैसे समूहों के हमलों का शिकार रहा है, जो अक्सर नागरिकों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हैं।