गहन मतदाता पुनर्निरीक्षण पर केशव मौर्य का विपक्ष पर हमला
सियासी संग्राम का नया मोड़
लखनऊ। गहन मतदाता पुनर्निरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। इंडिया गठबंधन के नेता इस विषय पर लगातार सवाल उठा रहे हैं और चुनाव आयोग से इस प्रक्रिया को रोकने की मांग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि गहन मतदाता पुनर्निरीक्षण (SIR) ने बिहार में कांग्रेस, राजद, सपा सहित सभी विपक्षी दलों को आईना दिखा दिया है।
केशव मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कांग्रेस और राहुल गांधी अब मुद्दाविहीन राजनीति के लिए अभिशप्त हो चुके हैं। मोहब्बत की दुकान अब दिवालिया हो चुकी है। संविधान को दिखाने से कुछ हासिल नहीं हुआ, क्योंकि हर भारतीय का संविधान के प्रति गहरा विश्वास है। गहन मतदाता पुनर्निरीक्षण (SIR) ने बिहार में विपक्ष को आईना दिखाया है, लेकिन ये दल सबक लेने को तैयार नहीं हैं, जैसे राहु-केतु इनके सिर पर मंडरा रहे हैं।"
ज्ञात हो कि, देश के विभिन्न राज्यों में इस समय गहन मतदाता पुनर्निरीक्षण (SIR) चल रहा है। विपक्ष के नेता इस मुद्दे पर चुनाव आयोग और भाजपा सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं। उनका आरोप है कि SIR के माध्यम से भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर एक बड़ा खेल कर रहे हैं।
ममता बनर्जी का मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कहा कि, "मैं आपको यह लिखने के लिए मजबूर हूं क्योंकि चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। जिस तरह से यह प्रक्रिया अधिकारियों और नागरिकों पर थोप दी गई है, वह न केवल अनियोजित और अराजक है, बल्कि खतरनाक भी है।" उन्होंने आगे कहा कि, "बुनियादी तैयारी, पर्याप्त योजना और स्पष्ट संचार की कमी ने इस प्रक्रिया को पहले दिन से ही पंगु बना दिया है।"