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गुजरात ATS ने बेंगलुरु से अल-कायदा से जुड़ी महिला को किया गिरफ्तार

गुजरात की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड ने बेंगलुरु से शमा परवीन नाम की महिला को गिरफ्तार किया है, जो अल-कायदा से जुड़ी थी। उसकी गिरफ्तारी एक बड़े ऑपरेशन का हिस्सा है, जिसमें उसे कट्टरपंथी विचारों का प्रचार करते हुए पकड़ा गया। शमा ने सोशल मीडिया पर भारत में इस्लामी शासन लागू करने की अपील की थी और युवाओं को जिहाद के लिए प्रेरित कर रही थी। उसकी गतिविधियाँ भारत की कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बन चुकी थीं।
 

महिला की गिरफ्तारी का विवरण

गुजरात की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने कर्नाटक के बेंगलुरु से शमा परवीन नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एक बड़े ऑपरेशन के तहत की गई है। ATS का दावा है कि शमा का संबंध अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) की महिला शाखा से है। जांच में यह भी सामने आया है कि शमा सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा दे रही थी, जिसमें भारत विरोधी और पाकिस्तानी सेना के समर्थन में पोस्ट शामिल हैं। वर्तमान में, ATS शमा से पूछताछ कर रही है।


असीम मुनीर के बयान का प्रचार

एटीएस के अनुसार, शमा परवीन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर से भारत में 'गजवा-ए-हिंद' के तहत इस्लामी शासन लागू करने की मांग की थी। उसने इमाम अब्दुल अजीज (लाल मस्जिद, लाहौर) के ऐसे बयानों को भी साझा किया, जिनमें भारत में सशस्त्र क्रांति और जिहाद के माध्यम से सरकार गिराने की बात की गई थी। उसकी पोस्ट्स में भारत के खिलाफ नफरत फैलाने और हिंसा के लिए उकसाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया।


युवाओं को कट्टरपंथ की ओर आकर्षित करना

ATS की जांच में यह भी पता चला कि शमा परवीन सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को कट्टरपंथ और जिहाद के लिए प्रेरित कर रही थी। वह AQIS के लिए संभावित भर्ती में मदद कर रही थी और पाकिस्तान से जुड़े संपर्कों के माध्यम से काम कर रही थी। उसके खिलाफ सबूत मिलने के बाद, गुजरात ATS ने उसे बेंगलुरु से गिरफ्तार किया।


कानून व्यवस्था के लिए खतरा

ATS के अनुसार, शमा की गतिविधियाँ भारत की कानून-व्यवस्था और एकता के लिए गंभीर खतरा बन चुकी थीं, जिसके चलते उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई। उसकी गिरफ्तारी एटीएस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच सफल समन्वय का एक उदाहरण है।