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गुजरात कांग्रेस के महासचिव राजेश सोनी की गिरफ्तारी: ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े विवादास्पद पोस्ट का मामला

गुजरात कांग्रेस के महासचिव राजेश सोनी को ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि उनके पोस्ट से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता था। इस मामले में कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया और पुलिस की जांच की प्रगति पर भी चर्चा की गई है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की कहानी।
 

गिरफ्तारी की जानकारी

गुजरात कांग्रेस के महासचिव राजेश सोनी को 6 जून 2025 को गुजरात साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार किया। उन पर 'ऑपरेशन सिंदूर' से संबंधित भ्रामक और सेना के मनोबल को प्रभावित करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट करने का आरोप लगाया गया है। यह जानकारी एक समाचार एजेंसी द्वारा दी गई।


पुलिस का आरोप

पुलिस के अनुसार, सोनी ने फेसबुक पर ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में कुछ विवादास्पद पोस्ट साझा किए थे। यह ऑपरेशन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए चलाया गया एक हालिया सैन्य अभियान है। साइबर क्राइम सेल का कहना है कि सोनी के पोस्ट न केवल भ्रामक थे, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते थे।


पुलिस का बयान

सीआईडी-साइबर क्राइम के पुलिस अधीक्षक भरतसिंह टांक ने कहा: सोनी के पोस्ट से सैन्य कर्मियों का मनोबल कमजोर होने की संभावना थी। उन्होंने कहा, "इन पोस्ट्स से देश की संप्रभुता को खतरा हो सकता है।" सोनी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 और धारा 353(1)(ए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।


ऑपरेशन सिंदूर का विवरण

ऑपरेशन सिंदूर: यह अभियान 6 और 7 मई की रात को शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध लेना था। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इस अभियान के बाद सोशल मीडिया पर भ्रामक और आपत्तिजनक पोस्ट्स की बाढ़ आ गई, जिसके चलते पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई शुरू की।


कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस पार्टी: ने अभी तक राजेश सोनी की गिरफ्तारी पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, कुछ कांग्रेस नेताओं ने इस गिरफ्तारी को अनुचित बताया है। गुजरात कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवानी ने आरोप लगाया कि सोनी को रात 2 बजे राहुल गांधी और सुप्रिया श्रीनेत की पोस्ट साझा करने के लिए हिरासत में लिया गया।


जांच की प्रगति

जांच जारी: पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। साइबर क्राइम सेल सोनी के सोशल मीडिया अकाउंट्स और उनके पोस्ट की सामग्री की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इन पोस्ट्स का उद्देश्य जानबूझकर गलत सूचना फैलाना था। गुजरात पुलिस ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद से सोशल मीडिया पर नजर रखी हुई है और अब तक 17 लोगों को ऐसे ही आपत्तिजनक पोस्ट्स के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है।