×

गुजरात में किसानों के अधिकारों के लिए राजू करपड़ा का संघर्ष

गुजरात में आम आदमी पार्टी के नेता राजू करपड़ा ने किसानों के शोषण का खुलासा किया है, जिसमें 'कळदा' के नाम पर उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उनकी गिरफ्तारी के बावजूद, किसान आंदोलन जारी रखने का संकल्प ले चुके हैं। इस संघर्ष में किसानों की आवाज को दबाने की कोशिशों की निंदा की गई है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
 

किसानों के शोषण का खुलासा


आम आदमी पार्टी (AAP) के गुजरात किसान सेल के नेता राजू करपड़ा ने बोटाद मार्केटिंग यार्ड में चल रहे घोटाले का पर्दाफाश किया है। उन्होंने बताया कि 'कळदा' (कटौती) के नाम पर किसानों का शोषण वर्षों से हो रहा है। व्यापारी बोली के बाद किसानों को कपास को दूरस्थ गिन्निंग फैक्ट्री ले जाने के लिए कहते हैं, जहां कपास की गुणवत्ता को खराब बताकर 100-200 रुपये कम दाम दिया जाता है। इस प्रक्रिया ने किसानों को गंभीर आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।


राजू करपड़ा का संघर्ष

दो साल पहले किसानों की शिकायतों के आधार पर राजू करपड़ा ने यार्ड को बंद करवाने का प्रयास किया था। हाल ही में, 9 अक्टूबर को उन्होंने फेसबुक पर घोषणा की कि वे 10 अक्टूबर को किसानों के साथ यार्ड पहुंचेंगे। APMC अधिकारियों ने कहा कि 'कळदा' बंद होगा, लेकिन लिखित आश्वासन देने से मना कर दिया। इसके बाद, राजू करपड़ा हजारों किसानों के साथ धरने पर बैठ गए।


पुलिस की कार्रवाई और केजरीवाल का विरोध

10 अक्टूबर की रात 3 बजे गुजरात पुलिस ने राजू करपड़ा को गिरफ्तार कर लिया। AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'भाजपा के राज में किसानों की आवाज उठाने वालों को जेल में डाल दिया जाता है। सच्चाई को कैद नहीं किया जा सकता।' उन्होंने यार्डों में किसानों के शोषण की कड़ी निंदा की।


किसानों का संकल्प

किसानों ने अपने आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया है। राजू करपड़ा की गिरफ्तारी के बावजूद, किसानों का हौसला मजबूत है। वे उचित दाम और पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।