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गुजरात में विमान दुर्घटना: पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की दुखद मौत

गुजरात में 12 जून को हुए एक विमान हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की दुखद मौत हो गई। यह घटना 1965 में बलवंतराय मेहता की विमान दुर्घटना की याद दिलाती है, जब उनका विमान पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों द्वारा गिराया गया था। इस लेख में हम इस दुखद घटना के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिसमें बलवंतराय मेहता की दुर्घटना और उसके परिणामों पर चर्चा की गई है।
 

गुजरात में विमान हादसा

गुजरात विमान दुर्घटना: 12 जून को अहमदाबाद में एक गंभीर विमान हादसा हुआ, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की जान चली गई। रूपाणी ऐसे दूसरे नेता हैं, जिनकी विमान दुर्घटना में मृत्यु हुई है। इससे पहले, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री बलवंतराय मेहता की भी कच्छ में इसी तरह की घटना में मौत हो चुकी थी। उस समय वे मुख्यमंत्री पद पर थे। 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान, उनका बीचक्राफ्ट कम्यूटर विमान पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों द्वारा गिराया गया था। इस घटना में बलवंतराय की पत्नी, तीन पार्टी कार्यकर्ता और एक पत्रकार भी मारे गए थे। विजय रूपाणी की मौत ने इस छह दशक पुरानी घटना को फिर से ताजा कर दिया है। इसके बाद हितेंद्र देसाई को गुजरात का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। बलवंतराय मेहता 65 वर्ष की आयु में निधन हो गए।


कैसे हुई थी बलवंतराय मेहता की दुर्घटना?

19 सितंबर 1965 को, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति थी। उस समय के मुख्यमंत्री बलवंतराय मेहता मीठापुर से कच्छ की ओर जा रहे थे। उनके साथ उनकी पत्नी सरोजबेन, तीन पार्टी सहयोगी और एक स्थानीय पत्रकार भी विमान में मौजूद थे। विमान का संचालन वायुसेना के पूर्व पायलट जहांगीर इंजीनियर कर रहे थे। अचानक, पाकिस्तान वायुसेना के दो लड़ाकू विमानों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। ये दोनों विमान मौरीपुर वायुसेना से उड़ान भर चुके थे।


क्या फायरिंग के कारण हुआ था विमान का क्रैश?

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बलवंतराय मेहता के विमान के पायलट ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की और बताया कि यह एक नागरिक विमान है। इसके बावजूद, फ्लाइंग ऑफिसर कैश हुसैन ने फायरिंग की, जिसके परिणामस्वरूप बलवंतराय मेहता का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बाद में, हुसैन ने बलवंत गोपालजी मेहता की बेटी को माफी पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि यह एक नागरिक विमान है और इसे मार गिराने का आदेश मिला था। बलवंतराय मेहता गुजरात के दूसरे मुख्यमंत्री थे और वे केवल दो साल 206 दिन तक इस पद पर रहे।