गुजरात में साइबर ठगी का नया मामला: 16 लाख रुपये की चपत
साइबर अपराध का चौंकाने वाला मामला
अहमदाबाद: गुजरात के कच्छ जिले से एक हैरान करने वाला साइबर अपराध सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने शेयर बाजार और आईपीओ में निवेश कर रातों-रात अमीर बनने की चाह में अपनी मेहनत की कमाई के 16 लाख रुपये खो दिए। पीड़ित को एक फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से धोखा दिया गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने ठगी की पूरी कहानी साझा की है कि कैसे साइबर अपराधियों ने उसे डिजिटल जाल में फंसाया।
व्हाट्सएप ग्रुप से शुरू हुआ धोखा
यह ठगी व्हाट्सएप ग्रुप से शुरू हुई। पीड़ित को एक ऐसे ग्रुप में जोड़ा गया, जिसे एक पेशेवर निवेश सलाहकार फोरम के रूप में प्रस्तुत किया गया था। वहां ठगों ने शेयर बाजार और आईपीओ में निवेश कर मोटे रिटर्न का लालच दिया। जुलाई में, पीड़ित को एक लिंक भेजा गया और एक ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए कहा गया। फॉर्म भरने के बाद, उन्हें एक संदिग्ध मोबाइल ऐप इंस्टॉल करने का निर्देश मिला, जो असल में ठगी का मुख्य साधन था।
भरोसा जीतने के लिए पहले दिया मुनाफा
ठगों ने पीड़ित का भरोसा जीतने के लिए चालाकी से काम किया। जब पीड़ित ने 5 हजार रुपये का निवेश किया, तो उसे तुरंत 5,245 रुपये का रिटर्न मिला। इस मुनाफे को देखकर पीड़ित को यकीन हो गया कि यह कंपनी सही है। इसके बाद उसने ठगों द्वारा बताए गए विभिन्न बैंक खातों में कुल 16 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ समय बाद, जब उसने अपने ऐप के वॉलेट में देखा, तो वहां 18 लाख रुपये का लोन दिखाई दिया, जिसे देखकर वह चौंक गया।
पैसे निकालने पर और मांगे 9 लाख
जब पीड़ित ने अपने निवेश की राशि वापस निकालने की कोशिश की, तो वह विड्रॉल नहीं कर सका। इसके बाद, जब उसने ठगों से संपर्क किया, तो उन्होंने पैसे रिलीज करने के लिए 'प्रोसेसिंग फीस' के नाम पर 9 लाख रुपये और मांग किए। तब जाकर पीड़ित को एहसास हुआ कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुका है। इसके बाद उसने तुरंत पुलिस में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और लोगों को ऐसे व्हाट्सएप ग्रुप्स और लुभावने वादों से सतर्क रहने की सलाह दी है।