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गुड़गांव में नशे में धुत युवक ने ज्वेलरी शॉप में मारी कार, हुआ बड़ा नुकसान

गुड़गांव के सेक्टर-29 में एक नशे में धुत युवक ने तेज गति से ज्वेलरी शॉप में कार चढ़ा दी, जिससे एक करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है और जांच जारी है। यह घटना नशा और तेज रफ्तार के खतरनाक संयोजन को उजागर करती है। प्रशासन को रात के समय नियमित पेट्रोलिंग और ड्रंक ड्राइविंग पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है।
 

गुड़गांव में कार दुर्घटना

गुड़गांव में कार दुर्घटना: नशे में धुत युवक ने स्विफ्ट कार से ज्वेलरी शॉप में मारी टक्कर: गुड़गांव के सेक्टर-29 में एक कार दुर्घटना ने रात के समय अफरा-तफरी मचा दी। तेज गति से मुड़ते समय एक स्विफ्ट कार ज्वेलरी की दुकान में घुस गई।


सूत्रों के अनुसार, कार में सवार युवक और युवतियां पूरी तरह से नशे में थे। यह घटना कैरेट लेन के सामने स्थित एक शोरूम के पास हुई, जिसके मालिक भावना मेहरा ने पुलिस को एक करोड़ रुपये के नुकसान की रिपोर्ट दी है।


घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। थानेदार ने बताया कि दो युवकों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। CCTV फुटेज से यह स्पष्ट हुआ कि गाड़ी ने नियंत्रण खो दिया और सीधे दुकान में टकरा गई।


पुलिस की कार्रवाई और जांच


ज्वेलरी शॉप की शिकायत पर डीएलएफ फेज-2 थाना पुलिस ने FIR दर्ज की और तुरंत जांच शुरू की। पुलिस के अनुसार, यह हादसा रात करीब 3:15 बजे हुआ, जब मार्केट की ओर दो गाड़ियां रेस कर रही थीं। एक गाड़ी ने मुड़ते समय संतुलन खो दिया और शोरूम में घुस गई।


इस टक्कर ने न केवल दुकान की संरचना को नुकसान पहुंचाया, बल्कि आईपैड, ज्वेलरी काउंटर और अन्य सामान भी बर्बाद कर दिए।


फिलहाल, दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या दोनों वाहन आपस में रेस कर रहे थे या कुछ और था। साथ ही, मौके पर मौजूद अन्य लोगों से भी बयान लिए जा रहे हैं।


हादसे से सीख: नशा और तेज रफ्तार का खतरा


यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि नशा और तेज गति का संयोजन कितना खतरनाक हो सकता है। एक छोटी सी गलती से लाखों की संपत्ति को नुकसान हुआ और लोगों की जान भी जा सकती थी। गुड़गांव जैसे व्यस्त व्यापारिक केंद्र में रात के समय ऐसी घटनाएं अब आम होती जा रही हैं, जिससे दुकानदार और आम नागरिक चिंतित हैं।


प्रशासन को चाहिए कि ऐसे क्षेत्रों में रात के समय नियमित पेट्रोलिंग की जाए और ड्रंक ड्राइविंग पर कड़ी नजर रखी जाए।