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गुरुग्राम के वकील पर आईएसआई के लिए जासूसी का आरोप, गिरफ्तार

गुरुग्राम के वकील रिजवान पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने और भारत विरोधी गतिविधियों के लिए धन जुटाने का आरोप लगा है। पुलिस ने बताया कि उसने अमृतसर में कई बार यात्रा की और बड़ी रकम इकट्ठा की। उसके साथी मुशर्रफ ने भी पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि रिजवान के बैंक खातों में हवाला नेटवर्क के जरिए करोड़ों रुपये जमा हुए थे। इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है।
 

गुरुग्राम में वकील की गिरफ्तारी


गुरुग्राम: गुरुग्राम के एक वकील रिजवान पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने और भारत विरोधी गतिविधियों के लिए धन जुटाने का गंभीर आरोप लगा है, जिसके चलते उसे गिरफ्तार किया गया है। जांच में यह बात सामने आई है कि रिजवान ने अमृतसर का सात बार दौरा किया, जहां उसने विभिन्न व्यक्तियों से बड़ी रकम इकट्ठा की।


पुलिस की जांच में खुलासे

पुलिस के अनुसार, रिजवान ने कुल 41 लाख रुपये नकद इकट्ठा किए थे, जिसे उसने अजय अरोड़ा नामक व्यक्ति को सौंपा। यह राशि कथित तौर पर पाकिस्तान से भेजे गए हवाला फंड का हिस्सा मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस धन का उपयोग पंजाब में आतंकवादी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए किया गया था।


रिजवान के साथी की गवाही

रिजवान के साथी ने पूछताछ में क्या बताया?


रिजवान के दोस्त और वकील मुशर्रफ उर्फ परवेज ने बताया कि उनकी दोस्ती 2022 में सोहना कोर्ट में इंटर्नशिप के दौरान हुई थी। मुशर्रफ ने कहा कि वे जुलाई में अमृतसर गए थे, जहां उन्होंने वाघा बॉर्डर और गोल्डन टेम्पल का दौरा किया। इस दौरान गोल्डन टेम्पल के बाहर कुछ लोग दोपहिया वाहन पर आए और रिजवान को एक बैग में नकदी दी। लौटते समय दोनों एक सड़क दुर्घटना का शिकार हुए, जिसके बाद उन्हें कार वहीं छोड़कर ट्रेन से वापस लौटना पड़ा।


अमृतसर में फिर से यात्रा

मुशर्रफ ने आगे क्या बताया?


मुशर्रफ ने यह भी बताया कि वे एक अगस्त को फिर से अमृतसर पहुंचे थे, जहां उन्हें दुर्घटनाग्रस्त कार वापस लेनी थी। इस दौरान वे एक होटल में रुके, लेकिन रात में रिजवान अकेले बाहर चला गया और कहा कि वह पैसे लेने जा रहा है। जांच में पता चला है कि रिजवान को कई बार स्कॉर्पियो और स्कोडा कारों में आए लोगों ने नकदी सौंपी थी।


जांच में नए तथ्य

जांच में क्या आया सामने?


अधिकारियों के अनुसार, रिजवान के पास दो बैंक खाते थे। एक पंजाब नेशनल बैंक का खाता था, जिसे कुछ समय पहले लिमिट पार होने के कारण बंद कर दिया गया था। यह भी सामने आया है कि उसके खाते में पाकिस्तान से आए करोड़ों रुपये हवाला नेटवर्क के जरिए जमा किए गए थे। मुशर्रफ का कहना है कि वह रिजवान के खातों में जमा रकम के बारे में पूरी जानकारी नहीं रखता था।


नूंह की एसआईटी ने अमृतसर से तीन अन्य आरोपियों संदीप सिंह उर्फ गगन, अमनदीप सिंह और जसकरण सिंह को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने पाकिस्तान से आए करोड़ों रुपये हवाला चैनलों के माध्यम से रिजवान तक पहुंचाए और पंजाब में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को फंड दिया। नूंह पुलिस की कई टीमें पंजाब में लगातार छापेमारी कर रही हैं।