गुरुग्राम-दिल्ली ट्रेन सेवा की बहाली की उम्मीदें बढ़ीं
गुरुग्राम-दिल्ली ट्रेन सेवा: साइबर सिटी के लिए नई उम्मीद
गुरुग्राम-दिल्ली ट्रेन सेवा को फिर से शुरू करने की मांग ने साइबर सिटी के निवासियों में नई आशा जगाई है।
फर्रूखनगर और सुल्तानपुर के निवासियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने लंबे समय से बंद ट्रेनों को फिर से चलाने की अपील की। यह कदम न केवल स्थानीय लोगों की यात्रा को सरल बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी सहायक होगा।
बंद ट्रेनों को फिर से शुरू करने की मांग
फर्रूखनगर और सुल्तानपुर जैसे क्षेत्रों के लोग गुरुग्राम-दिल्ली रेल मार्ग पर पैसेंजर ट्रेनों की कमी से परेशान हैं। विशेष रूप से DEMU ट्रेनों के बंद होने से दिल्ली आने-जाने में काफी कठिनाई हो रही है।
भारतीय किसान संघ ज्वाइंट एक्शन कमेटी के तहत एक प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस बैठक में जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव ने फर्रूखनगर-दिल्ली रेलवे लाइन पर ट्रेनों के संचालन को फिर से शुरू करने की मांग उठाई। इसके अलावा, सुल्तानपुर-कालियावास स्टेशन पर सभी ट्रेनों के ठहराव और रविवार को ट्रेन सेवा की भी मांग की गई।
मुख्यमंत्री का आश्वासन
मुख्यमंत्री ने निवासियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और जल्द ही इस दिशा में कदम उठाने का आश्वासन दिया। यह जानकारी स्थानीय लोगों के लिए राहत की बात है, क्योंकि ट्रेनों की बहाली से उनकी यात्रा आसान होगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
स्थानीय निवासियों की अन्य मांगें
प्रतिनिधिमंडल ने रेल सुविधाओं के अलावा अन्य मुद्दों को भी उठाया। सुल्तानपुर, खेड़ा झांझरोला और आसपास के क्षेत्रों में मुआवजे से जुड़े पुराने आदेशों को वापस लेने की मांग की गई। इसके साथ ही, नई रेलवे लाइन पर फर्रूखनगर-सुल्तानपुर या सुल्तानपुर झील स्टेशन की स्थापना का प्रस्ताव भी रखा गया।
भविष्य की संभावनाएं
गुरुग्राम-दिल्ली ट्रेन सेवा की बहाली से न केवल स्थानीय निवासियों की जिंदगी में सुधार होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा देगी। खासकर किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।