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गुरुग्राम में कूड़े के निस्तारण के लिए नई योजना का आगाज़

गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद में कूड़े के प्रबंधन के लिए एक नई योजना की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने का निर्देश दिया है, जिससे कूड़े की समस्या का समाधान किया जा सके। बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर 13 लाख टन कूड़ा जमा है, और नगर निगम ने इसे हटाने के लिए प्राइवेट एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने की योजना बनाई है। जानें इस योजना के तहत क्या कदम उठाए जाएंगे और कूड़े के निस्तारण की चुनौती का सामना कैसे किया जाएगा।
 

गुरुग्राम में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की योजना

गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद में कूड़े के प्रबंधन के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की जा रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इन शहरों में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने के लिए अधिकारियों को विस्तृत योजना तैयार करने का निर्देश दिया है। इसके बाद नगर निगम के अधिकारी गुरुग्राम और मानेसर में प्लांट के लिए उपयुक्त स्थान की खोज में जुट गए हैं। बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर यह प्लांट स्थापित किया जा सकता है, जहां वर्तमान में 30 एकड़ में 13 लाख टन कूड़ा जमा है.


बंधवाड़ी लैंडफिल साइट की स्थिति

बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर कूड़े का निस्तारण पिछले एक वर्ष से बंद है। यहां पहले भी वेस्ट टू एनर्जी और चारकोल प्लांट लगाने की घोषणाएं की गई थीं, लेकिन पांच साल बाद भी कोई प्रगति नहीं हुई। जनवरी 2023 में इस साइट पर 30.43 लाख टन कूड़ा था, जिसमें से जनवरी 2024 तक 16.50 लाख टन का निस्तारण किया गया। हालाँकि, इस वर्ष जनवरी से 21 नवंबर तक 15.84 लाख टन नया कूड़ा यहाँ पहुंचा है, जिससे कूड़े का ढेर फिर से 13 लाख टन से अधिक हो गया है। गुरुग्राम से प्रतिदिन 1200 टन और फरीदाबाद से 1000 टन कूड़ा बंधवाड़ी लाया जा रहा है। अब निगम ने प्राइवेट एजेंसियों के सहयोग से एक साल में कूड़ा हटाने और जमीन को खाली करने की योजना बनाई है.


मानेसर में कूड़े की समस्या

मानेसर में प्रतिदिन 250 टन कूड़ा उत्पन्न होता है, लेकिन इसके निस्तारण के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। सेक्टर 8 और मानेसर पहाड़ी क्षेत्र में कूड़े के ढेर लग रहे हैं, जहां घरों से निकला कूड़ा सीधे खाली स्थानों पर फेंका जा रहा है। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की स्थापना से इस समस्या का समाधान संभव है, लेकिन इसके लिए 20 एकड़ से अधिक भूमि की आवश्यकता होगी.


कूड़े के निस्तारण की चुनौती

गुरुग्राम से प्रतिदिन 2200 टन से अधिक कूड़ा बंधवाड़ी पहुंच रहा है, लेकिन निस्तारण न होने के कारण कूड़ा कम नहीं हो रहा है। अक्टूबर 2024 में लैंडफिल पर केवल 8 लाख टन पुराना कूड़ा बचा था, लेकिन नए कूड़े के आने और निस्तारण रुकने से यह फिर से 13 लाख टन से अधिक हो गया है। यदि प्लांट स्थापित होते हैं, तो गुरुग्राम और मानेसर में कूड़े की समस्या को कम किया जा सकता है.