गुरुग्राम में कूड़े के पहाड़ को खत्म करने की नई योजना
गुरुग्राम की बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर बदलाव की उम्मीद
गुरुग्राम। गुरुग्राम की बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर कूड़े के ढेर को समाप्त करने की दिशा में एक नई पहल शुरू की गई है। नगर निगम ने प्रतिदिन निकलने वाले 1200 टन कूड़े में से 600 टन को सोनीपत के वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में भेजने की योजना बनाई है। इस कदम से बंधवाड़ी में कूड़े का बोझ कम होगा और पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा। नगर निगम ने इस कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी है, और इस महीने किसी एजेंसी को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। आइए जानते हैं कि इस योजना से क्या परिवर्तन आएंगे और बंधवाड़ी की वर्तमान स्थिति क्या है।
बंधवाड़ी में कूड़े का ढेर
बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर कूड़े का ढेर 19 मीटर ऊंचा हो चुका है, जो 62 फुट से अधिक है। अक्टूबर 2024 तक यहां 8 लाख टन पुराना कूड़ा था, लेकिन निस्तारण न होने के कारण अब तक 5 लाख टन और कूड़ा जमा हो गया है। वर्तमान में इस साइट पर कुल 13 लाख टन कूड़ा मौजूद है। जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 के बीच 33.66 लाख टन कूड़े का निस्तारण हुआ, लेकिन इसके बावजूद कूड़े की मात्रा बढ़ती जा रही है। जनवरी से 21 नवंबर 2024 तक 17.16 लाख टन कूड़े का निस्तारण हुआ, फिर भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
सोनीपत का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट: प्रभावशीलता
सोनीपत के ताजपुर गांव में स्थित जेवीएम का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट वर्तमान में अपनी आधी क्षमता पर कार्यरत है। यह प्लांट प्रतिदिन 600 टन कूड़े का निस्तारण कर 6.7 मेगावाट बिजली उत्पन्न करता है, जबकि इसकी कुल क्षमता 1200 टन कूड़े का निस्तारण और 8 मेगावाट बिजली उत्पादन की है। सोनीपत, पानीपत, गन्नौर और समालखा से कूड़ा यहां लाया जाता है, जिसमें सोनीपत नगर निगम का 250 टन कूड़ा भी शामिल है। गुरुग्राम से 600 टन कूड़ा भेजने से इस प्लांट की उपयोगिता में वृद्धि होगी। हालांकि, बारिश और सर्दियों में गीला कूड़ा मिलने से बिजली उत्पादन में समस्याएं आती हैं। पिछले हफ्ते गीले कूड़े के कारण प्लांट तीन दिन तक बंद रहा।
फरीदाबाद का कूड़ा बंधवाड़ी में नहीं!
गुरुग्राम नगर निगम ने फरीदाबाद नगर निगम को पत्र लिखकर बंधवाड़ी में कूड़ा न भेजने का अनुरोध किया है। फरीदाबाद से प्रतिदिन 1000 से 1900 टन कूड़ा यहां आता है, जबकि गुरुग्राम से 1200 टन कूड़ा निकलता है। रोजाना 2200 टन से अधिक कूड़ा जमा होने और निस्तारण न होने से समस्या गंभीर हो रही है। नगर निगम के एक्सईएन सुंदर श्योराण ने बताया कि सोनीपत प्लांट में कूड़ा भेजने से बंधवाड़ी पर दबाव कम होगा।
ग्रीन कोयला प्लांट का सपना अधूरा
बंधवाड़ी में ग्रीन कोयला (चारकोल) प्लांट स्थापित करने के लिए एनटीपीसी को 20 एकड़ जमीन की आवश्यकता है, लेकिन 30 एकड़ की साइट में से 25 एकड़ कूड़े से भरी हुई है। इस कारण 1 मार्च 2025 से प्लांट शुरू करने का कार्य रुका हुआ है। पहले भी 2021 में दो बार वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का शिलान्यास हुआ, लेकिन प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सका।
एनजीटी की डेडलाइन और चुनौतियां
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में बंधवाड़ी के कूड़े के निपटारे का मामला लंबित है। 14 अगस्त 2024 को हुई सुनवाई में नगर निगम ने दावा किया कि एक साल में पुराना कूड़ा समाप्त कर लिया जाएगा। हालांकि, डेडलाइन पहले भी कई बार बदली जा चुकी है। कूड़े के निस्तारण की गति बढ़ाने के लिए अब सोनीपत का प्लांट एक उम्मीद बनकर उभरा है।