गुरुग्राम में नए अंडरपास: ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
गुरुग्राम अंडरपास योजना: ट्रैफिक जाम से छुटकारा
गुरुग्राम अंडरपास योजना: ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत 2025 में हरियाणा के साइबर सिटी के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के तहत, गुरुग्राम में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए पांच नए अंडरपास का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) ने फिजिबिलिटी अध्ययन शुरू कर दिया है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय समिति की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें इस योजना को मंजूरी दी गई। यह कदम गुरुग्राम को जाम-मुक्त बनाने और यातायात को सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
गुरुग्राम की तस्वीर बदलेगी अंडरपास योजना
गुरुग्राम में ट्रैफिक जाम (Traffic Congestion Gurugram) अब रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। व्यस्त चौराहों पर लंबी कतारें और घंटों की देरी लोगों के धैर्य की परीक्षा लेती हैं। इस समस्या का समाधान करने के लिए GMRL ने पांच प्रमुख स्थानों पर अंडरपास बनाने का निर्णय लिया है।
इन अंडरपास का निर्माण मेट्रो कॉरिडोर के साथ-साथ यातायात को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए बजट गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) द्वारा प्रदान किया जाएगा। फिजिबिलिटी अध्ययन की लागत भी GMDA द्वारा वहन की जाएगी। यह योजना गुरुग्राम को एक आधुनिक और सुगम शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कहाँ बनेंगे ये नए अंडरपास?
नए अंडरपास (New Underpasses Haryana) उन क्षेत्रों में बनाए जाएंगे जहाँ ट्रैफिक का दबाव अधिक है। इनमें सेक्टर 3ए, 4, 5 के पास रेलवे रोड चौक, सेक्टर 5 जंक्शन से शीतला माता रोड, कृष्णा चौक से बजघेड़ा रोड, रेजांग ला चौक, और पुराना दिल्ली रोड व पालम विहार रोड का जंक्शन शामिल हैं।
ये सभी स्थान व्यस्त चौराहे हैं, जहाँ वाहनों की भीड़ दिनभर बनी रहती है। अंडरपास के निर्माण से इन चौराहों पर जाम की समस्या काफी हद तक कम होगी। यह योजना न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि ईंधन की खपत और प्रदूषण को भी कम करेगी।
योजना का भविष्य और लाभ
इस प्रोजेक्ट (Gurugram Metro Expansion) के लिए विभिन्न विभागों जैसे नगर निगम, NHAI, और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के साथ समन्वय किया जा रहा है। उच्च-स्तरीय समिति की बैठक में मेट्रो कॉरिडोर और अंडरपास की अड़चनों को दूर करने पर जोर दिया गया।
अंडरपास के निर्माण से गुरुग्राम के निवासियों को सुगम यातायात का अनुभव होगा। यह योजना शहर के विकास को नई गति देगी और निवासियों के जीवन को सरल बनाएगी। साथ ही, यह गुरुग्राम को एक डिजिटल हब और ट्रैफिक-फ्री सिटी के रूप में स्थापित करेगा।