गुरुग्राम में पराली जलाने से बढ़ता प्रदूषण, निवासियों ने प्रशासन से की अपील
गुरुग्राम में पराली जलाने की समस्या
गुरुग्राम में किसानों ने पराली जलाना शुरू कर दिया है, जिससे वायु प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। यह घटना सेक्टर 68 में हुई है, जहां M3M मरीना रेजिडेंट्स ग्रुप ने सोशल मीडिया पर चेतावनी जारी की है। उन्होंने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें पराली जलने के कारण आस-पास का वातावरण धुंधला दिखाई दे रहा है। निवासियों को उम्मीद है कि इस बार प्रशासन त्वरित कार्रवाई करेगा।
सोशल मीडिया पर निवासियों की चिंता
M3M मरीना रेजिडेंट्स ग्रुप ने X (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा किया है, जिसमें लिखा गया है, "गुरुग्राम में किसानों द्वारा पराली जलाना शुरू हो गया है। यह सेक्टर 68 में हो रहा है।" इस पोस्ट के साथ एक वीडियो भी जोड़ा गया है, जिसमें पराली जलते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। ग्रुप ने लिखा है, "उम्मीद है कि इस बार कोई सक्रिय कदम उठाया जाएगा।" यह पोस्ट निवासियों की चिंता को दर्शाता है, क्योंकि पराली जलाने से सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
पराली जलाने का प्रदूषण पर प्रभाव
हर साल अक्टूबर और नवंबर में पराली जलाना किसानों के लिए एक समस्या बन जाता है, लेकिन यह शहरों में प्रदूषण के स्तर को खतरनाक रूप से बढ़ा देता है। M3M मरीना के निवासियों ने स्पष्ट किया है कि वे चाहते हैं कि इस बार कोई सक्रिय कदम उठाया जाए। पहले भी प्रशासन ने ऐसे मामलों में धारा 144 लागू की है, लेकिन निवासियों की मांग है कि स्वास्थ्य जोखिम को कम करने के लिए जल्दी कार्रवाई की जाए।