गुवाहाटी में रिश्वत लेते एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक की गिरफ्तारी
सीबीआई की कार्रवाई
गुवाहाटी: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हाल ही में गुवाहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कार्यकारी निदेशक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। सीबीआई ने बुधवार को इस मामले की जानकारी दी, जिसमें अधिकारी को एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
रिश्वत मांगने का मामला
सीबीआई को एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक और एक निजी कंपनी के दो कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत मिली थी। इसी आधार पर सीबीआई ने हाल ही में मामला दर्ज किया और मंगलवार को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की।
रिश्वत की मांग का कारण
जानकारी के अनुसार, अधिकारी ने एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। यह रिश्वत असम में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर डेमो से मोरान बाईपास तक 4-लेनिंग के ठेके और अन्य ठेकों के लिए अनुकूल एक्सटेंशन ऑफ टाइम (ईओटी) और कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी करने के लिए मांगी गई थी।
छापेमारी और संपत्ति की बरामदगी
सीबीआई की टीम ने देशभर में 7 स्थानों पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान आरोपी के परिसर से 2.62 करोड़ रुपए नकद बरामद हुए। इसके अलावा, जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी और उसके परिवार के नाम पर देशभर में 9 प्रॉपर्टी और 20 फ्लैट खरीदे गए हैं।
महंगे वाहनों की खरीद
अधिकारी के नाम पर महंगे वाहनों की खरीद से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। वर्तमान में, सीबीआई आरोपी की चल-अचल संपत्तियों की गहन जांच कर रही है।
अदालत में पेशी
जांच एजेंसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आरोपी अधिकारी को गुवाहाटी सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।