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गुवाहाटी में सेनुरन मुथुसामी का पहला टेस्ट शतक, भारतीय जड़ों से गहराई से जुड़े

भारतीय मूल के सेनुरन मुथुसामी ने गुवाहाटी में अपने पहले टेस्ट शतक के साथ क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा। उन्होंने संयमित और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करते हुए 192 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की। मुथुसामी की पृष्ठभूमि और उनकी क्रिकेट यात्रा के बारे में जानें, साथ ही उनके शतक के साथ जुड़े दिलचस्प रिकॉर्ड के बारे में भी।
 

सेनुरन मुथुसामी का ऐतिहासिक शतक

भारतीय मूल के सेनुरन मुथुसामी ने 2025 में गुवाहाटी में अपने पहले टेस्ट शतक के साथ क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा।


भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन, मुथुसामी ने अपनी शानदार पारी से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ संयमित और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करते हुए अपना पहला टेस्ट शतक बनाया।


उन्होंने शुरुआत में गेंद को ध्यान से देखा और ढीली गेंदों का इंतजार किया, बिना किसी अनावश्यक जोखिम के। उनकी काइल वेरेन के साथ साझेदारी ने भारत के गेंदबाजी आक्रमण को चुनौती दी।


192 गेंदों में धैर्य से रची गई पारी

IND vs SA 2025: धैर्य से रची 192 गेंदों की महान पारी


मुथुसामी ने यह उपलब्धि 192 गेंदों में हासिल की। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर इस साल पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 89 रन था।
अपने 8वें टेस्ट में, उन्होंने साबित किया कि वह दक्षिण अफ्रीका के मध्य क्रम के लिए कितने महत्वपूर्ण हो सकते हैं।


सेनुरन मुथुसामी: भारतीय जड़ों से जुड़े खिलाड़ी

कौन हैं सेनुरन मुथुसामी?


22 फरवरी 1994 को डरबन के नटाल प्रांत में जन्मे मुथुसामी के माता-पिता भारतीय मूल के हैं। वे अपनी तमिल संस्कृति से गहराई से जुड़े हुए हैं और उनके परिजन आज भी नागपट्टिनम, तमिलनाडु में रहते हैं।


उनकी क्रिकेट यात्रा डरबन से शुरू हुई, जहां उन्होंने स्कूली और स्थानीय स्तर पर कई शानदार प्रदर्शन किए।
अंडर-11 से लेकर अंडर-19 तक उन्होंने क्वाज़ुलु-नटाल का प्रतिनिधित्व किया और बाद में साउथ अफ्रीका के अंडर-19 सेटअप में पहुंचे।


दिलचस्प बात यह है कि क्रिकेट के साथ-साथ उन्होंने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी और क्वाज़ुलु-नटाल यूनिवर्सिटी से सोशल साइंस में बैचलर डिग्री प्राप्त की, जिसमें उनका स्पेशलाइजेशन मीडिया और मार्केटिंग था।


13 साल बाद दोबारा हुआ अनोखा कारनामा

13 साल बाद दोबारा हुआ अनोखा कारनामा


मुथुसामी का यह शतक एक और दिलचस्प रिकॉर्ड को भी उजागर करता है। पिछले 13 वर्षों में केवल एक बार ऐसा हुआ था कि भारत में किसी भी विजिटिंग टीम के दो बल्लेबाज नंबर 7 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए 50+ रन बना सके हों।


यह कारनामा 2016 में हुआ था जब इंग्लैंड के लियाम डॉसन (66) और आदिल राशिद (60)* ने चेन्नई में शानदार प्रदर्शन किया था।


अब 2025 में, साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ यह उपलब्धि दोहराई है। मुथुसामी ने शतक बनाया और मार्को जेनसन ने अर्धशतक लगाया। इन दोनों की साझेदारी ने साउथ अफ्रीका की पारी को मजबूती प्रदान की और टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।