गूगल के AI फीचर से डिजिटल मीडिया में बदलाव: ट्रैफिक में गिरावट की चुनौती
डिजिटल मीडिया में बदलाव
नई दिल्ली। वर्तमान में डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं। गूगल के नए AI ओवरव्यू फीचर ने सर्च परिणामों को पूरी तरह से बदल दिया है। अब यूजर्स को उनके प्रश्नों के उत्तर सीधे सर्च पेज पर मिल जाते हैं, जिससे वेबसाइटों पर पाठकों की संख्या में कमी आई है। कई न्यूज पोर्टल्स और डिजिटल प्रकाशकों का ट्रैफिक 70 से 80 प्रतिशत तक घट गया है।
पब्लिशर्स के लिए खतरा
यह स्थिति पब्लिशर्स के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है, विशेषकर छोटे और क्षेत्रीय पोर्टल्स के लिए। उनका अस्तित्व मुख्य रूप से सर्च-ड्रिवन ट्रैफिक और विज्ञापन आय पर निर्भर है। जब गूगल अपने AI के माध्यम से उत्तर प्रदर्शित करेगा, तो पाठकों को वेबसाइट खोलने की आवश्यकता महसूस नहीं होगी। यह ऑनलाइन पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के व्यापार मॉडल के लिए एक सीधी चुनौती है।
नई चुनौतियों का सामना
Techjockey के SEO और ऑर्गेनिक ग्रोथ प्रमुख, रत्नाकर पत्रायुडु ने कहा कि इस बदलाव को खतरे के रूप में नहीं, बल्कि एक नई चुनौती के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने बताया कि AI ओवरव्यू SERPs को बदल रहे हैं, लेकिन यह गुणवत्ता और विश्वसनीयता की मांग को भी बढ़ा रहे हैं। ब्रांडों को E-E-A-T यानी अनुभव, विशेषज्ञता, अधिकार और विश्वसनीयता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
गहराई वाली रिपोर्टिंग की आवश्यकता
पत्रायुडु का मानना है कि केवल सामान्य समाचार या सतही लेख अब पर्याप्त नहीं होंगे। मीडिया हाउस को गहराई वाली रिपोर्टिंग, एक्सक्लूसिव स्टोरीज़, इंटरव्यू और डेटा आधारित विश्लेषण पर जोर देना होगा। यही सामग्री उन्हें अन्य से अलग बनाएगी और पाठकों को आकर्षित करेगी।
तकनीकी सतर्कता की आवश्यकता
तकनीकी दृष्टिकोण से भी पब्लिशर्स को अधिक सतर्क रहना होगा। तेज़ लोडिंग स्पीड, मोबाइल-फ्रेंडली डिज़ाइन, संरचित डेटा और स्पष्ट मेटाडेटा अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। जिन वेबसाइटों का ढांचा साफ और सामग्री सर्च इंजन के लिए पढ़ने योग्य होगी, उन्हें AI ओवरव्यू में स्थान मिलने की संभावना अधिक है।
डिजिटल पाठकों के लिए अवसर
भारत में तेजी से बढ़ते डिजिटल पाठक वर्ग को देखते हुए पब्लिशर्स के पास अभी भी अवसर हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें पारंपरिक SEO सोच से बाहर निकलना होगा। सामग्री की मौलिकता, ब्रांड पर विश्वास और पाठकों के साथ सीधा जुड़ाव ही आगे का रास्ता है। पत्रायुडु ने स्पष्ट किया कि अब SEO केवल क्लिक की दौड़ नहीं रह गया है। 2025 में SEO का असली उद्देश्य ट्रैफिक बढ़ाना नहीं, बल्कि पाठकों का विश्वास जीतना है।
भविष्य की दिशा
स्पष्ट है कि भविष्य में डिजिटल मीडिया का खेल केवल कीवर्ड्स और बैकलिंक्स तक सीमित नहीं रहेगा। जो मीडिया संस्थान पाठकों को नई दृष्टि, विश्वास और वास्तविक जानकारी प्रदान करेंगे, वही गूगल के AI युग में भी प्रासंगिक बने रहेंगे।