गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी: क्या खुलासा करेगा एनआईए का रिमांड?
दिल्ली में अनमोल बिश्नोई का मामला
दिल्ली की अदालत में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई, अनमोल बिश्नोई, का मामला सुर्खियों में है। अनमोल को अमेरिका से भारत लाया गया है, जहां एनआईए की टीम ने उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। एनआईए ने 15 दिन की रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत ने 11 दिन की रिमांड मंजूर की।
सुनवाई का तरीका
सुनवाई इन-कैमरा, यानी अदालत के बंद कक्ष में हुई, ताकि मामले की संवेदनशीलता बनी रहे। एनआईए ने अदालत को बताया कि अनमोल बिश्नोई से हिरासत में पूछताछ आवश्यक है। एजेंसी के अनुसार, अनमोल का नाम 15 से अधिक हत्याकांडों और 20 से ज्यादा अपहरण, धमकी और हिंसा की घटनाओं में शामिल है। इसके अलावा, उसके पास दो फर्जी पासपोर्ट होने का मामला भी सामने आया है।
रिमांड में क्या होगा?
रिमांड शीट में एनआईए ने आरोपों का विस्तृत विवरण दिया है। एजेंसी का कहना है कि पूछताछ के दौरान अनमोल से उसके साथियों, गुर्गों और अपराधी नेटवर्क का खुलासा होगा। इसके साथ ही, फाइनेंस के स्रोत और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी सामने आएंगी, जिससे कई लंबित मामलों का समाधान किया जा सकेगा।
अनमोल बिश्नोई का फरार होना
अनमोल बिश्नोई 2022 से फरार था और अमेरिका में रह रहा था। उसकी अमेरिका यात्रा में इस्तेमाल किए गए फर्जी पासपोर्ट का पता फरीदाबाद में था। अनमोल का मूल स्थान पंजाब के फाजिल्का है और उसका असली नाम अनमोल उर्फ भानू है। उसके पिता का नाम लविंद्र कुमार है।
हाई-प्रोफाइल मामलों में संलिप्तता
अनमोल कई हाई-प्रोफाइल मामलों में आरोपी है। वह सिद्धू मूसेवाला हत्या और बाबा सिद्दीकी हत्या में शामिल रहा है। 29 मई 2022 को मनसा में मूसेवाला की हत्या हुई थी, जिसमें अनमोल और गोल्डी ने सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी ली थी। इसके अलावा, 12 अक्टूबर 2024 को मुंबई के बांद्रा में बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश भी अनमोल ने रची थी। अप्रैल 2024 में अभिनेता सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग में भी अनमोल का नाम सामने आया था।
एनआईए की आगे की योजना
एनआईए की रिमांड अब अनमोल से गहन पूछताछ करेगी ताकि इन अपराधों के नेटवर्क और वित्तीय लेनदेन का पता चल सके। इससे न केवल कई लंबित मामलों का खुलासा होगा, बल्कि अपराधी गिरोहों के खिलाफ ठोस साक्ष्य भी जुटाए जा सकेंगे।