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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और शहजाद भट्टी के बीच बढ़ती दुश्मनी: क्या है असली कहानी?

भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और पाकिस्तान के माफिया शहजाद भट्टी के बीच बढ़ती दुश्मनी ने एक नया मोड़ ले लिया है। सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को जान से मारने की धमकियां देने वाले इन गैंगस्टर्स के बीच की तनातनी अब खुली दुश्मनी में बदल चुकी है। शहजाद ने लॉरेंस पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया है और दोनों के बीच की दोस्ती अब दुश्मनी में बदल गई है। क्या यह गैंगवार भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है? जानें पूरी कहानी में।
 

लॉरेंस बनाम शहजाद भट्टी: अंतरराष्ट्रीय गैंगवार का नया अध्याय

Lawrence vs Shehzad Bhatti: भारत की संगठित अपराध की दुनिया अब केवल देश की सीमाओं में नहीं रह गई है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। हाल ही में, दो प्रतिकूल गैंगों के बीच एक खुला गैंगवार देखने को मिला। इस विवाद में भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और पाकिस्तान के माफिया शहजाद भट्टी शामिल हैं, जो सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। इससे पहले, लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े रणदीप मालिक ने पुर्तगाल में हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी, जबकि शहजाद भट्टी ने आरोप लगाया है कि लॉरेंस ने उसके घर के बाहर हत्या के इरादे से गुंडे भेजे। यह मामला न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, बल्कि भारत-पाक अंडरवर्ल्ड कनेक्शन को भी एक बार फिर उजागर कर रहा है। शहजाद भट्टी ने फेसबुक पर धमकी देते हुए कहा कि "मैं कोई सिद्धू मूसेवाला नहीं हूं।"


पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी ने एक वीडियो में दावा किया कि उसके फ्लैट के बाहर एक संदिग्ध व्यक्ति आया था, जो उसकी हत्या की कोशिश में था। वीडियो में वह कहता है, "तेरे फ्लैट पर हूं," जिसके बाद शहजाद मौके पर पहुंचता है और अपनी मौजूदगी का वीडियो बनाता है। शहजाद ने कहा, "मैं सिद्धू मूसेवाला नहीं हूं, उनके पिता वृद्ध हैं और कुछ नहीं कर सकते। लेकिन मुझे छू लिया तो तेरे टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे। तू एजेंसी का मदारी है।"


लॉरेंस बिश्नोई को दी गई खुली चुनौती

लॉरेंस बिश्नोई को दी खुली चुनौती

शहजाद भट्टी ने एक वीडियो में लॉरेंस को खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि अगर वह खुद को डॉन मानता है, तो अपने गुंडों को फिर से भेजे। "तुम बाकियों के लिए गैंगस्टर हो सकते हो, मेरे लिए कुछ नहीं। जिस दिन जेल से बाहर आएगा, उस दिन पता चलेगा कौन बड़ा गुंडा है।" इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों गैंगस्टर्स के बीच चल रही तनातनी अब खुली दुश्मनी में बदल चुकी है।


पुर्तगाल गैंगवार और फिरौती का मामला

पुर्तगाल गैंगवार से जुड़ा करोड़ों की फिरौती का मामला

शहजाद ने वीडियो में यह भी कहा कि पुर्तगाल में जो फायरिंग हुई थी, वह लॉरेंस की साजिश थी और अब उसे इसके लिए 5 करोड़ रुपये की फिरौती दी जाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लॉरेंस लगातार अपने गुर्गों के जरिए उसे खत्म करवाने की कोशिश कर रहा है।


दोस्ती से दुश्मनी तक: कब बिगड़े रिश्ते?

दोस्ती से दुश्मनी तक, कब बिगड़े रिश्ते?

साल 2024 में शहजाद भट्टी और लॉरेंस बिश्नोई के बीच एक वीडियो कॉल वायरल हुई थी, जिसमें लॉरेंस उसे ईद की मुबारकबाद दे रहा था। इस वीडियो कॉल के बाद दोनों की दोस्ती की खबरें सामने आईं थीं। लेकिन जब एक इंटरव्यू में इस पर सवाल पूछा गया, तो लॉरेंस ने पलटी मारते हुए कहा कि शहजाद भट्टी हमारे देश का दुश्मन है, उससे मेरी कोई दोस्ती नहीं है। इसके बाद दोनों के बीच बयानबाजियों का सिलसिला शुरू हो गया।


भारत में गैंगवार की वापसी?

भारत में गैंगवार की वापसी?

शहजाद भट्टी ने यह भी स्वीकार किया कि उसने मुंबई पुलिस की चार्जशीट में शामिल आरोपी जीशान अख्तर को भारत से फरार होने में मदद की थी। जीशान, एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में आरोपी है। इसके अलावा, भट्टी ने एक्टर और बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती को भी धमकी दी थी। भट्टी लगातार भारत के पंजाब क्षेत्र में ग्रेनेड हमलों की योजना और फंडिंग करता रहा है, जिसके चलते पंजाब पुलिस ने उसका इंस्टाग्राम अकाउंट भी ब्लॉक करवा दिया।


कौन है शहजाद भट्टी?

कौन है शहजाद भट्टी?

पाकिस्तानी गैंगस्टर हथियारों और धमकी भरे वीडियो के लिए कुख्यात है, और खुद को भारत और पाकिस्तान के माफियाओं से जुड़ा बताता है। उसने सुरक्षा के लिए दूसरे देश में शरण ली है और सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और फिरौतियों की डिमांड करता है।

लॉरेंस बिश्नोई और शहजाद भट्टी की यह गैंगवार अब केवल सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रही। पुर्तगाल जैसे शांत देश में भी जब इनके गुर्गों की फायरिंग और धमकियों की खबरें सामने आने लगी हैं, तो यह साफ संकेत है कि अंडरवर्ल्ड की जड़ें वैश्विक स्तर पर फैल चुकी हैं। आने वाले समय में यह देखना होगा कि भारत और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां इस क्रॉस-बॉर्डर गैंगवार को रोकने के लिए क्या कदम उठाती हैं।