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गोल्डन टेम्पल धमकी मामले में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की गिरफ्तारी

पंजाब पुलिस ने गोल्डन टेम्पल को उड़ाने की धमकी देने के आरोप में सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम दुबे को गिरफ्तार किया है। परिवार का कहना है कि शुभम निर्दोष है और पुलिस बिना ठोस सबूत के कार्रवाई कर रही है। जांच के अगले चरण में फॉरेंसिक और तकनीकी विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जानें इस मामले में क्या हो रहा है और परिवार की प्रतिक्रिया क्या है।
 

गोल्डन टेम्पल सुरक्षा अलर्ट: शुभम दुबे की गिरफ्तारी

गोल्डन टेम्पल धमकी मामले में पंजाब पुलिस ने फरीदाबाद के निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम दुबे को हिरासत में लिया है। SGPC को 14 जुलाई से अब तक मंदिर को उड़ाने की धमकी देने वाले छह ईमेल प्राप्त हुए हैं। ये ईमेल Outlook और Hotmail जैसे प्लेटफार्मों से भेजे गए थे और इनका स्रोत तमिलनाडु बताया गया है।


पुलिस को संदेह है कि ये ईमेल डार्क वेब के माध्यम से भेजे गए ताकि इन्हें ट्रैक करना मुश्किल हो सके। अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के निर्देशन में एक टीम ने 17 जुलाई को फरीदाबाद में शुभम के निवास पर छापा मारा और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए।


परिवार का बयान: शुभम निर्दोष है


शुभम की दादी, शशि दुबे, का कहना है कि उनका पोता इस मामले में निर्दोष है। उन्होंने बताया कि शुभम हाल ही में अपने पिता के पान की दुकान पर बैठता था और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। पड़ोसी भी शुभम को शांत और कम बोलने वाला युवक मानते हैं।


शुभम के परिवार का आरोप है कि पुलिस बिना ठोस सबूत के कार्रवाई कर रही है और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है। उनका परिवार मूल रूप से गोरखपुर, उत्तर प्रदेश से है और फरीदाबाद में लंबे समय से निवास कर रहा है।


जांच के अगले कदम: फॉरेंसिक और ट्रेसिंग पर ध्यान


(अमृतसर पुलिस द्वारा की गई छापेमारी) के बाद शुभम को पूछताछ के लिए पंजाब ले जाया गया है। पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया है कि तकनीकी जांच, फॉरेंसिक विश्लेषण और उपकरणों की जांच के बाद ही कोई ठोस निष्कर्ष निकाला जाएगा।


फिलहाल, पंजाब की साइबर क्राइम टीम इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आने की उम्मीद है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और जांच पूरी होने तक संयम बनाए रखें।