गोवा के बीआईटीएस पिलानी में छात्र की संदिग्ध मौत: क्या बढ़ते तनाव का है ये नतीजा?
बीआईटीएस पिलानी गोवा में एक और दुखद घटना
BITS Pilani Goa: गोवा स्थित बीआईटीएस पिलानी कैंपस से एक और दुखद समाचार सामने आया है। बेंगलुरु के निवासी दूसरे वर्ष के छात्र ऋषि नायर का शव गुरुवार को उनके हॉस्टल के कमरे में मिला। अधिकारियों ने बताया कि जब छात्र ने फोन का जवाब नहीं दिया, तो सुबह लगभग 10:45 बजे दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया गया, जहां वह बिस्तर पर मृत अवस्था में पाया गया। मौत के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
अधिकारियों के अनुसार, "ऋषि नायर को उनके हॉस्टल में मृत अवस्था में पाया गया। जब उन्होंने कॉल का उत्तर नहीं दिया, तो कॉलेज प्रशासन ने दरवाजा खुलवाया और छात्र को बिस्तर पर पाया। मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है।"
पिछले 10 महीनों में पांचवीं मौत
यह घटना पिछले 10 महीनों में कैंपस में हुई पांचवीं मौत है। दिसंबर 2024 से अब तक ओम प्रियान सिंह, अथर्व देसाई, कृष्णा केसरा और कुशाग्र जैन की भी मौतें हुई हैं। इनमें से कम से कम तीन मामलों को आधिकारिक रूप से आत्महत्या माना गया है, जबकि एक मामला संदिग्ध परिस्थितियों में दर्ज किया गया था।
पिछले मामलों की सूची
दिसंबर 2024 में ओम प्रियान सिंह
मार्च 2025 में अथर्व देसाई
मई 2025 में कृष्णा केसरा
अगस्त 2025 में कुशाग्र जैन
इनमें से तीन मामलों को आत्महत्या के रूप में दर्ज किया गया। अगस्त में हुई एक और मौत की जांच में ड्रग्स के सेवन की संभावना को खारिज कर दिया गया और इसे रक्तचाप की दवाओं की जटिलताओं से जोड़ा गया।
मुख्यमंत्री की चिंता
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, "ऐसी घटनाएं अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इन्हें दोबारा नहीं होना चाहिए। ज़िला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे।"
तनाव और मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
लगातार हो रही मौतों ने छात्रों और उनके परिवारों के बीच तनाव और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को उजागर किया है। अधिकांश घटनाएं परीक्षा के समय में हुईं, जिससे परिवार और छात्र प्रशासन पर शैक्षणिक दबाव, उचित काउंसलिंग की कमी और सुविधाओं की कमी का आरोप लगा रहे हैं।
पिछले आत्महत्या के मामलों के बाद, तत्कालीन राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। इसके जवाब में बीआईटीएस पिलानी प्रशासन ने पाठ्यक्रम में सुधार, तनाव प्रबंधन पाठ्यक्रम, 24x7 हेल्पलाइन और पीयर-सपोर्ट प्रोग्राम शुरू किए थे। हालाँकि, हालिया घटनाएँ इन प्रयासों पर सवाल खड़ा कर रही हैं।