गोहाना घेवर दान: दो दोस्तों ने गोसेवा के लिए 1.5 करोड़ रुपये का योगदान दिया
गोहाना घेवर दान: दो दोस्तों ने गोसेवा के लिए 1.5 करोड़ रुपये का योगदान दिया
गोहाना घेवर दान 2025: हरियाणा के पिनाना गांव में दो मित्रों, राकेश और अमित, ने घेवर बेचकर न केवल स्वाद का आनंद बांटा, बल्कि गोसेवा के लिए 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का दान देकर एक नई मिसाल कायम की है।
इनकी यात्रा पांच साल पहले शुरू हुई थी और अब यह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी है। हाल ही में, कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने उनके घेवर स्टाल का उद्घाटन किया। आइए, इस प्रेरणादायक कहानी पर नजर डालते हैं।
घेवर बेचने से गोसेवा की ओर कदम बढ़ाना
राकेश और अमित ने 2020 में सावन के महीने में घेवर मित्र मंडली पिनाना फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने शुद्ध देसी घी से घेवर बनाना शुरू किया।
गांववासियों के सहयोग से उनका यह प्रयास धीरे-धीरे बड़ा होता गया। उन्होंने तय किया कि वे घेवर की कमाई को गोसेवा के लिए दान करेंगे। पांच वर्षों में उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने 1 करोड़ 50 लाख 81 हजार 921 रुपये दान किए। उनकी सादगी और समर्पण ने सभी का दिल जीत लिया।
शुद्ध घेवर, उचित मूल्य और बड़ा उद्देश्य
राकेश और अमित का घेवर केवल स्वाद के लिए नहीं, बल्कि एक बड़े उद्देश्य के लिए जाना जाता है। यह शुद्ध देसी घी से बनाया जाता है और इसकी कीमत जानबूझकर कम रखी गई है। इस वर्ष भी सावन में होने वाली पूरी कमाई गोसेवा में जाएगी।
दोनों का लक्ष्य है कि हर साल दान की राशि को बढ़ाया जाए। शनिवार को उनके स्टाल का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और खरखौदा विधायक पवन खरखौदा ने किया। इस अवसर पर गांववाले गर्व से झूम उठे।
दोस्तों की जोड़ी बनी प्रेरणा
राकेश और अमित की कहानी केवल घेवर बेचने की नहीं है, बल्कि समाज के लिए कुछ करने की है। उनके इस नेक कार्य की चारों ओर सराहना हो रही है। गोसेवा के लिए इतना बड़ा दान करना आसान नहीं है, लेकिन इन दोस्तों ने इसे संभव कर दिखाया।
उनकी मेहनत और लगन युवाओं के लिए एक उदाहरण है। लोग कहते हैं कि अगर दिल में नेक इरादा हो, तो छोटा सा काम भी बड़ा बदलाव ला सकता है। इन दोस्तों ने साबित कर दिया है कि मेहनत और सेवा से दुनिया को बदला जा सकता है।