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गौ माता की रक्षा पर जगद्गुरु अविमुक्तेश्वरानंद का बड़ा बयान: राजनीति से ऊपर है यह मुद्दा

शिवहर में जगद्गुरु अविमुक्तेश्वरानंद ने गौ माता की रक्षा के मुद्दे पर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि गौ माता किसी जाति या पार्टी की संपत्ति नहीं हैं और उनका संरक्षण पूरे देश का कर्तव्य है। उनका यह बयान राजनीतिक बहस में नया मोड़ ला सकता है। जानें उनके विचारों का महत्व और बिहार विधानसभा चुनाव में उनके राजनीतिक ऐलान के बारे में।
 

जगद्गुरु अविमुक्तेश्वरानंद का गौ रक्षा पर विचार

Jagadguru Avimukteshwaranand: रविवार को शिवहर में जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने गौ माता की सुरक्षा के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि गौ माता की रक्षा के मामले में किसी भी राजनीतिक दल या संगठन का भेदभाव स्वीकार नहीं किया जाएगा। उनका यह बयान देश में गौ रक्षा को लेकर चल रही राजनीतिक बहस में एक नया मोड़ ला सकता है।


उन्होंने कहा कि गौ माता न तो किसी विशेष जाति, धर्म या पार्टी की संपत्ति हैं और न ही यह किसी राजनीतिक एजेंडे तक सीमित हो सकती हैं। गौ माता भारतीय संस्कृति की नींव हैं और उनका संरक्षण पूरे देश का कर्तव्य है। उनके विचारों से यह स्पष्ट होता है कि गौ रक्षा एक संवैधानिक और सामाजिक जिम्मेदारी है, न कि केवल राजनीतिक हथियार।


जगद्गुरु के विचारों का महत्व

गौ माता के प्रति जगद्गुरु का दृष्टिकोण


शिवहर के प्रसाद उत्सव मैरेज हॉल में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जगद्गुरु ने कहा कि गौ माता केवल एक जाति या पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे भारत की पहचान हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग हिंदू और हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगते हैं, वे अपने घोषणा पत्र में गौ रक्षा का मुद्दा क्यों नहीं उठाते? यह जानना आवश्यक है कि जो लोग गौ माता का नाम लेकर राजनीति करते हैं, वे वास्तव में गौ सेवा के लिए क्या कर रहे हैं।


उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी निष्ठा किसी राजनीतिक दल के प्रति नहीं, बल्कि गौ माता और सनातन धर्म के प्रति है। वे किसी पार्टी के खिलाफ या पक्ष में नहीं हैं, लेकिन जो भी गौ माता की रक्षा की बात करेगा, वह उनका साथी है। गौ माता भारतीय संस्कृति, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण की आधारशिला हैं, और उनकी सुरक्षा पूरे राष्ट्र का कर्तव्य है।


गौ रक्षा के लिए वास्तविक प्रयास की आवश्यकता

गौ रक्षा केवल घोषणाओं से नहीं, कर्म से होनी चाहिए


जगद्गुरु ने शिवहर नगर परिषद के निर्णय की सराहना की, जिसमें गौ माता को 'नगर माता' का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय अन्य नगर निकायों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। लेकिन गौ रक्षा केवल शब्दों और घोषणाओं तक सीमित नहीं होनी चाहिए, इसके लिए वास्तविक प्रयास किए जाने चाहिए।


जगद्गुरु का राजनीतिक ऐलान

जगद्गुरु शंकराचार्य का बड़ा राजनीतिक ऐलान


इससे पहले पटना में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक बड़ा ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि वे बिहार की सभी 243 सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगे। सभी नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही वे यह घोषणा करेंगे कि कौन-सा प्रत्याशी कहां चुनाव में हिस्सा लेगा। इस घोषणा ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है।