×

गौतम अडाणी ने SEBI से क्लीन चिट मिलने के बाद जैन मंदिर में की पूजा

गौतम अडाणी ने SEBI द्वारा अडाणी समूह को क्लीन चिट दिए जाने के बाद अहमदाबाद के एक जैन मंदिर में पूजा की। इस अवसर पर उन्होंने अपनी पत्नी प्रीति के साथ भगवान के दर्शन किए। अडाणी ने इस घटना को बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक बताया। SEBI की जांच में अडाणी समूह पर लगे आरोप निराधार पाए गए, जिससे समूह को बड़ी राहत मिली है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और अडाणी परिवार की प्रतिक्रिया।
 

अडाणी समूह को मिली राहत

हिंडनबर्ग आरोपों की जांच में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा अडाणी समूह को क्लीन चिट दिए जाने के एक दिन बाद, समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने अपनी पत्नी प्रीति अडाणी के साथ अहमदाबाद के एक जैन मंदिर में पूजा-अर्चना की। बताया गया है कि क्लीन चिट मिलने के बाद अडाणी ने जश्न मनाने के बजाय भगवान के दर्शन करना उचित समझा। इस अवसर पर उन्होंने दीया जलाया और प्रार्थना की।


अडाणी परिवार की प्रतिक्रिया

अडाणी परिवार के एक करीबी सहयोगी ने मीडिया से कहा कि यह उनके लिए केवल नियामक राहत नहीं, बल्कि बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। अडाणी ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के आधार पर झूठ फैलाने वालों से माफी मांगने की भी बात की। SEBI ने आरोपों को निराधार बताते हुए अडाणी समूह को क्लीन चिट दी है।


SEBI की जांच का निष्कर्ष

अडाणी ने X पर लिखा कि एक विस्तृत जांच के बाद, SEBI ने पुष्टि की है कि हिंडनबर्ग के दावे निराधार थे। उन्होंने कहा कि अडाणी समूह की पहचान हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी रही है। उन्होंने उन निवेशकों के दर्द को भी साझा किया है जिन्होंने इस धोखाधड़ी के कारण नुकसान उठाया।


अडाणी समूह की मार्केट वैल्यू में वृद्धि

अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर ने अडाणी समूह पर लेन-देन को छिपाने का आरोप लगाया था, जिससे बाजार में अस्थिरता आई। अब क्लीन चिट मिलने से अडाणी समूह को बड़ी राहत मिली है और महीनों से चल रही जांच का अंत हो गया है।


SEBI की निष्कर्ष रिपोर्ट

SEBI ने अपनी जांच के बाद निष्कर्ष निकाला कि अडाणी समूह ने किसी भी लिस्टिंग समझौते या नियमों का उल्लंघन नहीं किया है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी याचिकाकर्ता की याचिका खारिज कर दी है और कहा है कि नियमों के वर्तमान स्वरूप में कोई अवैधता नहीं है।