गौतम गंभीर ने युवा गेंदबाजों का किया समर्थन, इंग्लैंड के खिलाफ हार पर दी प्रतिक्रिया
भारत की हार का सामना
गौतम गंभीर, ENG बनाम IND: हेडिंग्ले टेस्ट में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। 371 रनों के लक्ष्य को बचाने में भारतीय टीम पूरी तरह असफल रही। खराब फील्डिंग और गेंदबाजों के कमजोर प्रदर्शन ने भारत की हार की कहानी लिखी, लेकिन कोच गौतम गंभीर ने इन गलतियों को नजरअंदाज करते हुए युवा गेंदबाजों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हर टेस्ट के बाद गेंदबाजों का मूल्यांकन करना उचित नहीं है।
गेंदबाजों का प्रदर्शन
हेडिंग्ले में भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाजी के सामने बेबस नजर आए। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को छोड़कर अन्य गेंदबाजों ने निराश किया। प्रसिद्ध कृष्णा ने दो विकेट लिए, लेकिन उनकी इकॉनमी रेट 6 से अधिक रही, जिससे रन लीक हुए।
गौतम गंभीर का युवा गेंदबाजों का समर्थन
पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने युवा गेंदबाजों का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें समय देना आवश्यक है। उन्होंने बताया, "हमारी गेंदबाजी इकाई में प्रसिद्ध कृष्णा ने केवल चार टेस्ट, हर्षित राणा ने दो टेस्ट खेले हैं और अर्शदीप सिंह ने अभी टेस्ट डेब्यू भी नहीं किया है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे दौरे गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं। अगर हम हर टेस्ट के बाद उन्हें आंकने लगे, तो उनका विकास कैसे होगा?"
फील्डिंग की कमी
भारत की हार में खराब फील्डिंग ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यशस्वी जायसवाल ने चार कैच छोड़े, जिसमें डकेट का 97 रन पर गिरा कैच सबसे महंगा साबित हुआ। स्लिप और आउटफील्ड में भी कई मौके गंवाए गए।
गंभीर की दीर्घकालिक रणनीति
गंभीर ने कहा कि भारत एक ऐसी तेज गेंदबाजी इकाई तैयार करना चाहता है, जो लंबे समय तक देश की सेवा करे। उन्होंने बुमराह और सिराज को छोड़कर अन्य गेंदबाजों की अनुभवहीनता का उल्लेख किया, लेकिन जोर दिया कि इन खिलाड़ियों में प्रतिभा है।
उन्होंने कहा, "हमने इन गेंदबाजों को भरोसे के साथ चुना है, न कि उम्मीद के आधार पर। यह सिर्फ इस दौरे की बात नहीं, बल्कि भविष्य की गेंदबाजी इकाई तैयार करने की है।" गंभीर ने यह भी बताया कि कप्तान शुभमन गिल ने अपनी रणनीति के अनुसार जडेजा को अधिक जिम्मेदारी दी, जो पहली पारी में सफल रही।