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ग्रेटर नोएडा में ट्रैफिक जाम से राहत के लिए गोलचक्करों का आकार घटाने की योजना

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए आईटीबीपी गोलचक्कर के आकार को छोटा करने का निर्णय लिया है। इस परियोजना में डिवाइडर की लंबाई भी कम की जाएगी, जिससे सड़क का आकार बड़ा होगा और वाहनों को घूमने में अधिक जगह मिलेगी। इसके अलावा, अन्य व्यस्त गोलचक्करों का आकार भी छोटा करने की योजना है। यह कदम जनसंख्या और वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण उत्पन्न जाम की समस्या को हल करने के लिए उठाया जा रहा है।
 

ग्रेटर नोएडा में ट्रैफिक प्रबंधन के लिए नया कदम

Greater Noida News: शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करने और जाम की समस्या से निपटने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आईटीबीपी गोलचक्कर के आकार को छोटा करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, चारों ओर बने डिवाइडर की लंबाई भी कम की जाएगी। इस कार्य के लिए प्राधिकरण ने निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है, और इस परियोजना पर लगभग 95 लाख रुपये का खर्च आएगा।


2.5 मीटर की कमी
प्राधिकरण के सर्वेक्षण में यह पाया गया है कि सेक्टर स्वर्णनगरी के पास स्थित आईटीबीपी गोलचक्कर की परिधि में 2.5 मीटर की कमी की जाएगी। डिवाइडर की लंबाई 2.7 मीटर घटाई जाएगी, जिससे सड़क का आकार बड़ा होगा और वाहनों को घूमने के लिए अधिक जगह मिलेगी, जिससे जाम की स्थिति में सुधार होगा। यह कार्य एक वर्ष में पूरा किया जाएगा।


अन्य गोलचक्करों पर भी प्रभाव
आईटीबीपी गोलचक्कर के समान, प्राधिकरण अन्य व्यस्त गोलचक्करों का आकार भी छोटा करने की योजना बना रहा है। इसमें रायन स्कूल बीटा-1, एलजी, लेबर चैक, डेल्टा-1, रामपुर और अमृतपुरम शामिल हैं, जहां सुबह और शाम को जाम लगना आम बात हो गई है।


बढ़ती जनसंख्या का प्रभाव
ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में जनसंख्या और वाहनों की संख्या में तेजी से वृद्धि के कारण प्रमुख गोलचक्करों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इससे स्कूली बच्चों, ऑफिस जाने वालों और आपात स्थिति में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्राधिकरण ने ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए सड़कों के आकार को बढ़ाने और गोलचक्करों के पुनः डिज़ाइन की दिशा में काम शुरू कर दिया है।


इटेड़ा गोलचक्कर का सफल मॉडल
प्राधिकरण ने पहले ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इटेड़ा गोलचक्कर का आकार छोटा कर सकारात्मक परिणाम देखे हैं। इसी मॉडल को आधार मानते हुए अब अन्य गोलचक्करों पर भी सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है।


टेंडर प्रक्रिया जारी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ट्रैफिक जाम की समस्या के स्थायी समाधान के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। आईटीबीपी गोलचक्कर को छोटा करने के लिए टेंडर जारी किया जा चुका है, जिससे भविष्य में यहां जाम की समस्या नहीं होगी।