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ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कूड़े के ढेर से निवासियों की जिंदगी हुई कठिन

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की महागुन मायवुड्स सोसायटी के निवासियों को कचरे के ढेर से गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सोसायटी के पास खाली पड़ी भूमि पर लगातार कचरा डंप किया जा रहा है, जिससे दुर्गंध और प्रदूषण फैल रहा है। निवासियों का कहना है कि इससे बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। कई बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो निवासी प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
 

महागुन मायवुड्स सोसायटी में समस्या

ग्रेटर नोएडा समाचार: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित महागुन मायवुड्स सोसायटी के निवासियों के लिए अपने फ्लैट में रहना अब एक चुनौती बन गया है। सोसायटी के पास खाली पड़ी भूमि पर लगातार कचरा डंप किया जा रहा है, जिससे वहां की हवा में तेज दुर्गंध और प्रदूषण फैल रहा है। इस स्थिति के कारण एक हजार से अधिक निवासी अपने फ्लैट्स की खिड़कियां और बालकनियां बंद रखने को मजबूर हैं।


टावर 24 और 25 के निवासियों को अधिक परेशानी
सोसायटी के निवासी अनिल वर्मा ने बताया कि टावर 24 और 25 के पास की खाली जमीन पर प्रतिदिन ट्रैक्टर-ट्रॉली से कचरा फेंका जा रहा है। आरोप है कि यह कार्य ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। वहां कचरे का ढेर लग गया है, जो अब सड़ने लगा है। इससे उठ रही बदबू ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर दिया है।


स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
निवासियों का कहना है कि इस स्थिति का बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। बदबू के कारण बच्चों को सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं। लोग बालकनी में बैठने से भी डर रहे हैं और खिड़कियां खोलने से कतराते हैं। कई दिनों से निवासी इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।


शिकायतों का कोई असर नहीं
इस समस्या के समाधान के लिए स्वास्थ्य विभाग में कई बार शिकायतें दर्ज कराई गई हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। निवासियों का कहना है कि यदि जल्द ही समाधान नहीं हुआ, तो वे प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। उनकी मांग है कि खाली पड़ी भूमि से तुरंत कचरा हटाया जाए और भविष्य में कचरा डंपिंग पर रोक लगाई जाए।