ग्रेटर नोएडा वेस्ट में निवासियों का कूड़ा प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कूड़े की समस्या
ग्रेटर नोएडा समाचार: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की महागुन मंत्रा-1 सोसायटी के निवासियों का धैर्य तब टूट गया जब बेसमेंट में जमा कूड़े से उठती बदबू ने उनकी जिंदगी को कठिन बना दिया। लंबे समय से लापरवाह रखरखाव प्रबंधन के खिलाफ रविवार को लोगों ने उनके कार्यालय का घेराव किया और कड़ी चेतावनी दी।
बेसमेंट में कूड़े का ढेर
निवासियों का कहना है कि सोसायटी में उत्पन्न गीले और सूखे कूड़े को नियमित रूप से नष्ट करने के बजाय बेसमेंट में छोड़ दिया जाता है, जिससे वहां तीव्र दुर्गंध फैल रही है। मानसून के कारण स्थिति और भी खराब हो गई है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।
कूड़ा निस्तारण की मशीन बेकार
सोसायटी के निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने 2021 में कूड़ा निस्तारण के लिए मशीन खरीदी थी, लेकिन वह पूरी तरह से बेकार पड़ी है। न केवल कूड़ा समय पर नहीं उठाया जा रहा है, बल्कि सफाई के बाद फर्श पर ब्लीचिंग पाउडर भी नहीं डाला जा रहा, जिससे दुर्गंध और कीटाणुओं ने जीना मुश्किल कर दिया है।
वेंटिलेशन की कमी से बढ़ी समस्या
निवासी जेपी पांडेय ने बताया कि बेसमेंट में सड़ता हुआ कूड़ा ऊपर के तीन-चार फ्लोर तक दुर्गंध फैला रहा है। घर की खिड़कियां खोलना भी मुश्किल हो गया है। सुमन कुमार झा और अरुण बडोला जैसे अन्य निवासियों ने हवा की गुणवत्ता पर चिंता जताते हुए संक्रमण फैलने का खतरा बताया।
चेतावनी के बाद मिला आश्वासन
कई महीनों से शिकायतों के बावजूद रखरखाव प्रबंधन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। रविवार को हुई एक बैठक के बाद आक्रोशित निवासियों ने प्रबंधन कार्यालय का घेराव कर तालाबंदी का निर्णय लिया। इस दौरान देवेंद्र जाखड़, अमित रस्तोगी, पुनीत झा, अखिलेश ठाकुर समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
उप प्रबंधक का आश्वासन
स्थिति बिगड़ती देख मेंटेनेंस प्रबंधन के उप प्रबंधक हेमंत राठी मौके पर पहुंचे और जल्द ही व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया। उनके भरोसे के बाद फिलहाल निवासियों ने विरोध को रोक दिया है, लेकिन सभी ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो विरोध और तेज किया जाएगा।