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ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पानी संकट: 7000 परिवारों की मुश्किलें बढ़ीं

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक ईकोविलेज 1 सोसायटी में 30 घंटे की बिजली कटौती के बाद पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है। यहां रहने वाले 7000 परिवारों को पानी के टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। निवासियों का कहना है कि इस अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार प्राधिकरण ने कोई कदम नहीं उठाए हैं। आर्थिक बोझ और खाना बनाने में कठिनाई जैसी समस्याएं भी सामने आ रही हैं। जानें इस संकट के बारे में और क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
 

पानी की कमी से परेशान निवासी

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक ईकोविलेज 1 सोसायटी में 30 घंटे की बिजली कटौती के बाद अब पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है। यहां रहने वाले 7,000 परिवारों को इस संकट का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार सुबह से कई टावरों में पानी की सप्लाई बंद हो गई है, जिससे लोग पानी के टैंकरों पर निर्भर हो गए हैं और लाइन में लगकर पानी भरने को मजबूर हैं।


बिजली आई तो पानी गायब

बिजली आई तो पानी गायब: सोसायटी के निवासी समीर भारद्वाज ने बताया कि इस अव्यवस्था के लिए ग्रैविटी और आइआरपी जिम्मेदार हैं। उनके द्वारा निवासियों के हित में कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। 30 घंटे की बिजली कटौती के बाद अब पानी की कमी ने स्थिति को और भी खराब कर दिया है। टैंकर से बाल्टी में पानी भरकर कब तक काम चलेगा, यह एक बड़ा सवाल है।


आर्थिक बोझ बढ़ा

जेब पर पड़ रहा भार: सोसायटी में मेंटेनेंस शुल्क देने के बावजूद सुविधाओं की कमी के कारण निवासियों की जेब पर भारी पड़ रहा है। बिजली कटौती के दौरान डीजी सेट से तीन गुना रेट पर बिल वसूला जाता है। अब पानी की कमी के कारण लोग ऑनलाइन पानी मंगाने को मजबूर हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ रहा है।


खाना बनाने में कठिनाई

नहीं बना खाना: पानी की कमी के कारण किचन में काम करने वाली महिलाओं को भी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। कई घरों में खाना नहीं बन पाया है। यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी इस सोसायटी में पानी संकट उत्पन्न हो चुका है।


गाड़ियों को हुआ नुकसान

गाड़ियों को हुआ लाखों का नुकसान: बारिश के दौरान सोसायटी के बेसमेंट में पानी भरने से एक दर्जन से अधिक गाड़ियां पूरी तरह से डूब गई थीं। जब मालिक गैराज पहुंचे, तो उन्हें एक कार की मरम्मत पर 1 से 2 लाख रुपये का खर्च बताया गया।