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ग्लोबल सिटी सड़क निर्माण: दिल्ली-जयपुर हाईवे से कनेक्टिविटी का नया मार्ग

गुरुग्राम में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी सड़क निर्माण, दिल्ली-जयपुर हाईवे से जुड़ने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह 60 मीटर चौड़ी सड़क न केवल कनेक्टिविटी में सुधार लाएगी, बल्कि औद्योगिक और शहरी विकास को भी गति प्रदान करेगी। इस परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण की चुनौतियों का सामना किया जा रहा है, और इसके निर्माण से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। जानें इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
 

ग्लोबल सिटी सड़क निर्माण का महत्व

गुरुग्राम के सेक्टर 36 में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी सड़क निर्माण, दिल्ली-जयपुर हाईवे से इस क्षेत्र को जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह 60 मीटर चौड़ी सड़क न केवल कनेक्टिविटी में सुधार लाएगी, बल्कि औद्योगिक और शहरी विकास को भी गति प्रदान करेगी। यह मार्ग पहले से ही गुरुग्राम-पटौदी हाईवे और द्वारका एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है, और इसे एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में विकसित करने की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है।


भूमि अधिग्रहण और निर्माण की चुनौतियाँ

यह 2 किलोमीटर लंबी सड़क नरसिंहपुर गाँव के पास दिल्ली-जयपुर हाईवे से शुरू होकर ग्लोबल सिटी तक जाएगी। हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (HSIIDC) के पास पहले से 50% भूमि उपलब्ध है, जबकि 25% भूमि मालिकों को लौटाई जा चुकी है। शेष 25% भूमि का अधिग्रहण अभी अदालत में लंबित है। इन समस्याओं को सुलझाने के लिए 17 जून को शहरी विकास सलाहकार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें जीएमडीए, एचएसआईआईडीसी, और गुरुग्राम नगर निगम के अधिकारी शामिल होंगे।


आर्थिक विकास और कनेक्टिविटी को बढ़ावा

इस सड़क का निर्माण जीएमडीए द्वारा 50 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। यह मल्टी-मॉडल सड़क दोनों तरफ 3-लेन वाली होगी, जो द्वारका एक्सप्रेसवे से मानेसर तक कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी। इसके निर्माण से गुरुग्राम और मानेसर के औद्योगिक क्षेत्रों के बीच आवागमन में आसानी होगी। यह सड़क न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि माल ढुलाई और व्यवसायों को भी बढ़ावा देगी।


भविष्य की संभावनाएँ

ग्लोबल सिटी सड़क निर्माण से गुरुग्राम का शहरी ढांचा और मजबूत होगा। यह परियोजना स्थानीय निवासियों, उद्यमियों और निवेशकों के लिए लाभकारी साबित होगी। सड़क के निर्माण से ट्रैफिक प्रबंधन में सुधार होगा और क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। भविष्य में ऐसी और परियोजनाएँ गुरुग्राम को एक स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित करेंगी, जो हरियाणा सरकार और जीएमडीए की दूरदर्शिता का प्रतीक है।