चंडीगढ़ की ट्रैफिक लाइट्स: समय की समस्या और चालान की बढ़ती संख्या
चंडीगढ़ की सड़कों पर ट्रैफिक लाइट्स की समस्या
चंडीगढ़ में ट्रैफिक लाइट्स की लंबी टाइमिंग के कारण वाहन चालकों को गर्मी में पसीना बहाना पड़ रहा है। कई स्थानों पर लाइट्स में टाइमर की अनुपस्थिति से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है, जिसके चलते चालान की संख्या में वृद्धि हो रही है। कई चालक इस समस्या के बारे में ट्रैफिक पुलिस को लिखित शिकायतें भी दे चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।
ट्रैफिक लाइट्स की टाइमिंग में असमानता
ऑनलाइन कैमरों के माध्यम से चालान कटने की प्रक्रिया जारी है। उदाहरण के लिए, एयरपोर्ट लाइट पॉइंट पर रायपुरखुर्द से आने वाले वाहनों के लिए ग्रीन लाइट केवल 24 सेकंड के लिए होती है, जबकि रेड लाइट 120 सेकंड तक रहती है। इसी तरह, हल्लोमाजरा पॉइंट पर ग्रीन लाइट 40 सेकंड और रेड लाइट 124 सेकंड है।
जाम और चालान की समस्या
मध्यमार्ग पर रेलवे लाइट पॉइंट पर ग्रीन लाइट 120 सेकंड है, लेकिन रेलवे स्टेशन की ओर मुड़ने के लिए टाइमिंग कभी 64, कभी 54 और कभी 44 सेकंड होती है। इससे वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। सेक्टर-25/38 लाइट पॉइंट पर भी रेड लाइट का समय 138 सेकंड है, जबकि ग्रीन लाइट कभी 40 तो कभी 50 सेकंड होती है।
टाइमिंग की कमी से चालान की समस्या
कई लाइट पॉइंट्स पर टाइमिंग की कमी के कारण वाहन चालक भ्रमित हो जाते हैं और आगे बढ़ जाते हैं, जिससे चालान कटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। उदाहरण के लिए, साइड रेड लाइट की टाइमिंग 120 सेकंड है, जबकि ग्रीन लाइट केवल 60 सेकंड तक रहती है।