चंडीगढ़ में करोड़ों की लागत से बनी सड़क धंसने से बढ़ा हादसों का खतरा
सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल
जीरकपुर, चंडीगढ़: नगर परिषद कार्यालय तक जाने वाली सड़क, जो चंडीगढ़-अंबाला हाईवे से जुड़ती है, करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई थी। इस सड़क से लोगों को बेहतर सुविधा मिलने की उम्मीद थी, लेकिन हालात इसके विपरीत हैं। बारिश के बाद सड़क कई स्थानों पर धंसने लगी है। शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय के गेट के सामने एक कार का टायर धंस गया।
हालांकि, स्थानीय लोगों ने कार को बाहर निकाल लिया, लेकिन इस घटना ने सड़क की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सड़क पर टाइल्स बिछाई गई थीं, लेकिन बारिश के पानी के कारण नीचे की मिट्टी बह गई, जिससे कई जगहों पर सड़क खोखली हो गई और टाइल्स धंसने लगीं। अब सड़क पर गड्ढे जैसी स्थिति बन गई है, जिससे दोपहिया और चारपहिया वाहन चालकों को हर समय हादसे का खतरा बना हुआ है।
करोड़ों का बजट, फिर भी घटिया निर्माण
स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर परिषद ने इस सड़क पर करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन ठेकेदारों ने निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा। यही कारण है कि सड़क कुछ ही महीनों में खराब हो गई। लोगों का मानना है कि बरसात के मौसम में यह सड़क पूरी तरह से जर्जर हो सकती है और अगर जल्द इसकी मरम्मत नहीं की गई, तो यहां किसी बड़े हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
जब शुक्रवार को नगर परिषद दफ्तर के सामने कार का टायर धंसा, तो वहां मौजूद लोगों ने उसे जैसे-तैसे बाहर निकाला। स्थानीय लोग कहते हैं कि जब दफ्तर के गेट के सामने ही सड़क धंस गई है, तो बाकी हिस्सों की स्थिति का अंदाजा लगाना आसान है। निवासियों ने नगर परिषद और प्रशासन से मांग की है कि सड़क की तुरंत मरम्मत की जाए।