चंडीगढ़ हाईकोर्ट के सामने नई पार्किंग योजना: 530 वाहनों के लिए हरित समाधान
चंडीगढ़ हाईकोर्ट: 530 गाड़ियों के लिए नया पार्किंग स्थल
चंडीगढ़ हाईकोर्ट के सामने पार्किंग की समस्या किसी से छिपी नहीं है। वकील, वादियों और आम नागरिकों को रोज इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब प्रशासन ने 5 एकड़ की खुली भूमि को ओपन पार्किंग में बदलने का निर्णय लिया है। लैंडस्केप कंसल्टिंग कंपनी द्वारा तैयार की गई योजना के अनुसार, यहां 530 वाहनों के लिए स्थान उपलब्ध होगा। हरित पेवर ब्लॉक, पेड़ और घास का संयोजन न केवल पार्किंग को सुविधाजनक बनाएगा, बल्कि गर्मियों में छाया और बारिश के पानी के प्रबंधन में भी मदद करेगा। यह प्रोजेक्ट हाईकोर्ट आने वाले लोगों की सबसे बड़ी समस्या का समाधान करने का वादा करता है.
हरित पेवर: पर्यावरण के अनुकूल विकल्प
हरित पेवर ब्लॉक इस पार्किंग योजना का मुख्य आकर्षण हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 28 मई 2025 को इनका उपयोग करने की अनुमति दी थी। ये ब्लॉक विशेष तकनीक से निर्मित होते हैं, जिनमें खाली स्थान होते हैं। इन स्थानों पर घास उगाई जाएगी और पेड़ लगाए जाएंगे। बारिश का पानी इन ब्लॉकों के माध्यम से जमीन में रिसेगा, जिससे मिट्टी का कटाव नहीं होगा। साधारण कंक्रीट ब्लॉकों की तुलना में ये पर्यावरण के लिए अधिक अनुकूल हैं। पेड़ों की छाया वाहनों को गर्मी से बचाएगी और हरियाली चंडीगढ़ की सुंदरता को बनाए रखेगी.
चंडीगढ़वासियों के लिए एक बड़ी राहत
चंडीगढ़ हाईकोर्ट पार्किंग प्रोजेक्ट शहरवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार है। जो लोग रोज हाईकोर्ट आते हैं, उन्हें पार्किंग की समस्या से राहत मिलेगी। पर्यावरण-अनुकूल डिज़ाइन न केवल सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि शहर की हरी पहचान को भी बनाए रखेगा। प्रशासन की यह पहल विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन स्थापित करने का एक उदाहरण है। यदि आप हाईकोर्ट के आसपास रहते हैं या वहां काम करते हैं, तो इस प्रोजेक्ट पर नज़र रखें। जल्द ही आपकी गाड़ी को एक सुरक्षित और हरे-भरे स्थान पर पार्क करने का अवसर मिलेगा!
यूनेस्को हेरिटेज का ध्यान
हाईकोर्ट के सामने का क्षेत्र यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कैपिटल कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है। इसलिए प्रशासन किसी भी जोखिम को नहीं उठाना चाहता। पार्किंग का कार्य वरिष्ठ इंजीनियरों और सांस्कृतिक विरासत विशेषज्ञों की देखरेख में किया जाएगा। हाईकोर्ट से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ठेकेदार को हरित पेवर बिछाने, पेड़ लगाने और ड्रेनेज सिस्टम बनाने का कार्य सौंपा जाएगा। 2023 की हेरिटेज इम्पैक्ट असेसमेंट रिपोर्ट ने भूमिगत पार्किंग का विरोध किया था, क्योंकि इससे प्रदूषण और सौंदर्य को नुकसान का खतरा था। इसलिए हरित पेवर योजना को चुना गया है.