चंद्र ग्रहण के दौरान और बाद में अपनाएं ये विशेष उपाय
चंद्रदोष से मुक्ति और समृद्धि की प्राप्ति
चंद्रग्रहण का समय और प्रभाव
आज रात भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा, जो पूर्ण रूप से लाल रंग का होगा। ज्योतिष के अनुसार, इसका प्रभाव हर व्यक्ति पर भिन्न होगा। चंद्रग्रहण के बाद कई दोष उत्पन्न हो सकते हैं, लेकिन यदि इस दौरान कुछ विशेष दान-पुण्य किया जाए तो चंद्र कुंडली में अशुभता को शुभता में बदला जा सकता है। यह ग्रहण रात 9:57 बजे शुरू होगा और इसे 'ब्लड मून' भी कहा जाता है।
मंत्रों का जाप करें
इस समय मानसिक पूजा-पाठ और मंत्रों का जाप करना लाभकारी होता है। आप अपने कुल देवी-देवता का जाप कर सकते हैं। महादेव के मंत्रों का जाप विशेष रूप से प्रभावशाली माना जाता है। 'ओम नम: शिवाय' का 108 बार जाप करें और शिवजी से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
भगवान शिव की पूजा से ग्रहण दोष दूर करें
चंद्रग्रहण के अगले दिन सोमवार को व्रत रखें और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करें। घर में केसर की खीर बनाकर माता लक्ष्मी को भोग लगाएं और इसे कन्याओं में प्रसाद के रूप में बांटें। सोमवार को सफेद वस्त्र और चावल का दान भी करें। यह उपाय लाल किताब में वर्णित है और इससे ग्रहण दोष दूर हो सकते हैं।
रुद्राक्ष धारण करना
चंद्रग्रहण के दौरान रुद्राक्ष धारण करने से उत्तम फल की प्राप्ति हो सकती है। पहले रुद्राक्ष को पंचामृत से स्नान कराएं, फिर दूध और गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद रुद्राक्ष की पूजा करें और महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें।
गंगाजल का छिड़काव और नमक वाले पानी से पोछा
ग्रहण की अवधि समाप्त होने के बाद, पूरे घर में गंगाजल छिड़कें और नमक वाले पानी से पोछा लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। स्नान के बाद पुराने वस्त्र बदलना न भूलें।
अन्य उपाय
- ग्रहण के बाद अन्न का दान करना पुण्यदायी होता है। गेहूं, चावल या मूंग की दाल का दान करें।
- सफेद वस्त्रों का दान भी विशेष फलदायी होता है।
- चांदी की वस्तु का दान करने से चंद्र ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।