चार्ली किर्क की गोलीबारी में मौत: एफबीआई की जांच जारी
चार्ली किर्क की हत्या की जांच
रूढ़िवादी राजनीतिक कार्यकर्ता चार्ली किर्क की गोलीबारी में मौत के मामले में एफबीआई ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था, जिसे अब रिहा कर दिया गया है। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने इस बारे में जानकारी दी।
पटेल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि हिरासत में लिए गए व्यक्ति को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और वे पारदर्शिता के लिए जानकारी साझा करते रहेंगे।
31 वर्षीय किर्क बुधवार को यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान भाषण दे रहे थे, तभी अचानक गोलीबारी शुरू हो गई, जिससे वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि किर्क गोलीबारी से पहले दर्शकों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि हमलावर ने लगभग 180 मीटर दूर एक इमारत से गोली चलाई।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने करीबी मित्र चार्ली किर्क के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चार्ली अमेरिका के युवाओं के दिल को समझते थे और उन्हें सभी ने बहुत प्यार किया। ट्रंप ने चार्ली की पत्नी एरिका और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने चार्ली के सम्मान में अमेरिका भर में झंडे आधे झुके रखने का आदेश भी दिया।
चार्ली किर्क ने 2012 में 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए (टीपीयूएसए) की स्थापना की, जो अमेरिका का प्रमुख कंजर्वेटिव छात्र संगठन है। इस संगठन ने 800 से अधिक कॉलेजों में शाखाएं स्थापित कीं और युवा कंजर्वेटिव वोटरों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
किर्क ट्रंप के करीबी सहयोगी थे और अक्सर व्हाइट हाउस में दिखाई देते थे। वे ट्रंप की दूसरी सरकार के लिए महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियों की जांच में भी शामिल रहे।
इस साल की शुरुआत में, उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के साथ ग्रीनलैंड की यात्रा की थी, जहां उन्होंने अमेरिकी कब्जे के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास किया।
किर्क मीडिया में भी सक्रिय रहते थे और अपने जोशीले भाषणों और सोशल मीडिया अभियानों के लिए जाने जाते थे। उनके प्रशंसक उन्हें युवा सक्रियतावाद और रिपब्लिकन प्रतिष्ठान के बीच एक 'सेतु' के रूप में देखते हैं।