चीन का दावा: भारत-पाक संघर्ष में मध्यस्थता, भारत ने किया खंडन
चीन का मध्यस्थता का दावा
चीन ने यह दावा किया है कि उसने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीजिंग में एक कार्यक्रम के दौरान, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि जब इस वर्ष दोनों देशों के बीच स्थिति बिगड़ गई थी, तब चीन ने मध्यस्थता की।
चीन का कहना है कि उसने कई वैश्विक संघर्षों को सुलझाने में मदद की है। हालांकि, भारत ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि संघर्ष को रोकने में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी। इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इसी तरह का दावा किया था।
पहलगाम में आतंकी हमले का जवाब
चीन का यह बयान उस समय का है जब मई में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव हुआ था। इस दौरान, भारत ने पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे 11 एयरबेस को नुकसान पहुंचा। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी।
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत से खत्म हुआ तनाव
भारत के अनुसार, भारी नुकसान के बाद पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने भारतीय अधिकारियों से संपर्क किया। भारत का कहना है कि पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस ने भारतीय डीजीएमओ से बात की, जिसके बाद दोनों देशों ने 10 मई से सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई।