चीन की नौसेना: अमेरिका को पीछे छोड़कर बनी वैश्विक शक्ति
चीन की नौसेना की बढ़ती ताकत
चीन की नौसेना की ताकत: जब वैश्विक सैन्य शक्ति की चर्चा होती है, तो अमेरिका का नाम सबसे पहले आता है। लेकिन अब चीन ने नौसेना के क्षेत्र में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। वर्तमान में, चीन के पास 730 युद्धपोत हैं, जो अमेरिका और रूस दोनों से अधिक हैं। यह शक्ति केवल संख्या में नहीं, बल्कि तकनीकी विकास और रणनीतिक तैयारी में भी स्पष्ट है।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी की स्थिति
चीन की नौसेना, जिसे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) कहा जाता है, तेजी से अपनी ताकत बढ़ा रही है। यह अब केवल क्षेत्रीय समुद्री शक्ति नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रभाव डालने वाली ब्लू वॉटर नेवी बन चुकी है। PLA की यह तैयारी अमेरिका और अन्य बड़ी शक्तियों के लिए एक चुनौती बनती जा रही है।
फुजियान एयरक्राफ्ट करियर
फुजियान एयरक्राफ्ट करियर: चीन के पास 80,000 टन वजनी फुजियान एयरक्राफ्ट करियर है, जो परमाणु ऊर्जा से संचालित है। यह चीन की समुद्री ताकत को और मजबूत बनाता है और अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्रों में उसकी उपस्थिति को दर्शाता है।
नौसेना की संख्या और आधुनिक हथियार
नौसेना की ताकत: वर्तमान में, चीन की नौसेना में लगभग 2.5 लाख सैनिक हैं और 700 से अधिक विमान हैं, जिनमें J-15 और J-35 फाइटर जेट्स शामिल हैं। इसके अलावा, YJ-18 और YJ-21 जैसी एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलें भी हैं, जो दुश्मन के विमानवाहक पोतों को निशाना बना सकती हैं।
ब्लू वॉटर नेवी बनने की दिशा में
ब्लू वॉटर नेवी: PLA नेवी को अब ब्लू वॉटर नेवी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो किसी भी समुद्री क्षेत्र में ऑपरेशन करने में सक्षम है। यह चीन की वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
PLA की आधुनिक इकाइयां
आधुनिक इकाइयां: चीनी सेना में पारंपरिक बलों के अलावा एयरोस्पेस फोर्स, साइबरस्पेस फोर्स और जॉइंट लॉजिस्टिक्स सपोर्ट फोर्स जैसी अत्याधुनिक इकाइयां भी शामिल हैं। PLA की रॉकेट फोर्स परमाणु और पारंपरिक मिसाइलों का संचालन करती है।
चीन के परमाणु हथियार
परमाणु हथियार: चीन के पास 600 से अधिक परमाणु हथियार और 1,400 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। PLA की ग्राउंड फोर्स में 9.65 लाख सैनिक हैं, जो आंतरिक सुरक्षा और सीमावर्ती संघर्षों को संभालते हैं।
चीन का रक्षा बजट
रक्षा बजट: चीन का रक्षा बजट 330 से 450 बिलियन डॉलर के बीच है। PLA एयरफोर्स में 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स शामिल हैं, जो अमेरिका की वायुसेना को चुनौती देने में सक्षम हैं। चीन की सेना का लक्ष्य है कि वह जल्द ही अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे ताकतवर सेना बन जाए।