चीन की सैन्य परेड: आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन और वैश्विक नेताओं की उपस्थिति
चीन की राजधानी बीजिंग में आयोजित विक्ट्री डे परेड में आधुनिक हथियारों का भव्य प्रदर्शन हुआ। इस परेड में राष्ट्रपति जिनपिंग, पुतिन और किम जोंग उन जैसे वैश्विक नेता शामिल हुए। चीन ने अपने नए परमाणु मिसाइलों और ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन किया, जिससे अमेरिका और अन्य देशों के लिए चिंता बढ़ गई है। जानें इस परेड के प्रमुख आकर्षण और चीन की सैन्य शक्ति के बारे में।
Sep 3, 2025, 14:10 IST
बीजिंग में विक्ट्री डे परेड
चीन की राजधानी बीजिंग में तियानमेन स्क्वायर पर विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया, जिसमें आधुनिक सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। इस परेड में चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन भी शामिल हुए। यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की गई थी। चीन ने इस अवसर पर जेट लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और नवीनतम इलेक्ट्रॉनिक युद्ध हार्डवेयर सहित अपने कई आधुनिक हथियारों को पहली बार प्रदर्शित किया। इस परेड में 26 विदेशी नेताओं ने भी भाग लिया, और 50,000 से अधिक दर्शक तियानमेन स्क्वायर में एकत्र हुए, जिसे एक प्रमुख सैन्य प्रदर्शन के रूप में देखा गया।
अमेरिका के लिए चिंता का विषय
अमेरिका की टेंशन बढ़ाने वाला हथियार
इस सैन्य परेड का एक प्रमुख आकर्षण डोंगफेंग-5 (DF-5C) का प्रदर्शन था, जो एक नई परमाणु अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह मिसाइल तीन से चार मेगाटन टीएनटी की विस्फोटक क्षमता रखती है, जो हिरोशिमा पर गिराए गए बम की शक्ति का लगभग 200 गुना है। इसकी मारक क्षमता 13,000 किलोमीटर से अधिक है, जिससे यह संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी यूरोप को आसानी से लक्ष्य बना सकती है। इसके अलावा, इसमें 10 स्वतंत्र रूप से लक्षित पुनः प्रवेश वाहन वारहेड्स ले जाने की क्षमता भी है। पीएलए के पूर्व प्रशिक्षक सोंग झोंगपिंग ने कहा कि DF-5 चीन की अंतरमहाद्वीपीय परमाणु क्षमता को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
नए आईसीबीएम का पदार्पण
एक और आईसीबीएम का पदार्पण
चीन ने अपने शस्त्रागार में एक और आईसीबीएम, जिसे डीएफ-61 नाम दिया गया है, को शामिल किया है। यह मिसाइल एक मोबाइल प्लेटफॉर्म पर है और इसकी उपस्थिति ने विश्लेषकों को चौंका दिया। DF-61, DF-41 के बाद चीन का सबसे उन्नत ICBM माना जा रहा है, जिसकी मारक क्षमता 14,000 किलोमीटर है। यह मिसाइल DF-41 से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए बनाई गई है, और इसकी अनुमानित रेंज 11,999 से 15,000 किलोमीटर के बीच है।
गुआम किलर मिसाइल का प्रदर्शन
'गुआम किलर' मिसाइल का प्रदर्शन
चीन की पीएलए रॉकेट फोर्स ने DF-26D मिसाइल का अनावरण किया, जिसे 'गुआम किलर' कहा जाता है। यह मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए बनाई गई है। DF-26D की मारक क्षमता लगभग 5,000 किलोमीटर है और यह परमाणु और पारंपरिक दोनों प्रकार के हथियार ले जा सकती है। इसमें नेविगेशन और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रतिवाद के लिए उन्नत सिस्टम शामिल हैं, जो इसकी सटीकता को बढ़ाते हैं।
ड्रोन और लेज़र हथियारों का प्रदर्शन
ड्रोन ही ड्रोन
इस परेड में चीन ने अपने ड्रोन तकनीक का भी प्रदर्शन किया। दो बड़े समुद्री ड्रोन, AJX002 और GJ-11, पहली बार प्रदर्शित किए गए। AJX002 लगभग 18 से 20 मीटर लंबा है और इसे पानी के अंदर परमाणु क्षमता वाला माना जा रहा है। GJ-11 एक मानवरहित लड़ाकू हवाई वाहन है, जिसे सटीक हमलों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
लेज़र हथियारों का अनावरण
चीन ने परेड में दो प्रकार के वायु-रक्षा लेज़र हथियार भी प्रदर्शित किए, जिनमें एक बड़ा लेज़र शामिल है। ये हथियार विद्युत चुम्बकीय ऊर्जा का उपयोग करके लक्ष्यों को निष्क्रिय करते हैं।
रोबोट भेड़ियों का अनावरण
रोबोट डॉग-भेड़िये
चीन ने परेड में 'रोबोट भेड़ियों' का अनावरण किया है, जो टोही, रसद पहुँचाने और लक्ष्यों पर हमले करने में सक्षम हैं। ये मशीनें मानव सैनिकों की जगह ले सकती हैं, जिससे युद्ध में हताहतों की संख्या कम हो सकती है।