चीन की सैन्य परेड से अमेरिका में बढ़ी चिंता, ट्रंप ने किया बयान
चीन में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक और सैन्य परेड
विश्व समाचार: हाल ही में चीन के त्येनजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की एक महत्वपूर्ण शिखर बैठक आयोजित की गई, जिसमें भारत, रूस और अन्य प्रमुख देशों ने भाग लिया। इस बैठक के बाद, मेज़बान ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ अपनी जीत की 80वीं वर्षगांठ पर एक भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया। इस परेड के माध्यम से चीन ने अपनी आधुनिक सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया। इस दौरान अमेरिका के कई प्रतिकूल देशों के नेता भी उपस्थित थे, जिससे अमेरिका की चिंताएँ बढ़ गई हैं।
चीन की इस भव्य सैन्य परेड में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेश्कियन जैसे अमेरिका के कट्टर दुश्मनों की उपस्थिति रही। इसके अलावा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भी इस परेड में भाग लिया। हालांकि, भारत ने इस कार्यक्रम में कोई प्रतिनिधि नहीं भेजा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन में अपने दुश्मनों को एक साथ देखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
ट्रंप का शी जिनपिंग को संदेश
राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के लिए एक संदेश जारी किया। उन्होंने लिखा, "सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या राष्ट्रपति शी जिनपिंग उस समर्थन और बलिदान का उल्लेख करेंगे जो अमेरिका ने चीन को एक विदेशी आक्रमणकारी से स्वतंत्रता दिलाने में दिया था। कई अमेरिकी सैनिकों ने चीन की विजय के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। मुझे उम्मीद है कि उन्हें उचित सम्मान मिलेगा। राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के लोगों के लिए यह एक महान उत्सव का दिन है। कृपया व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन को मेरी शुभकामनाएँ दें, क्योंकि आप अमेरिका के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प"