चीन ने ट्रंप की नाटो चेतावनी पर कड़ा जवाब दिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाटो सहयोगियों को रूस से तेल खरीदने पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है, जिसके जवाब में चीन ने स्पष्ट संदेश भेजा है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि उनका देश युद्ध की साजिश नहीं रचता और प्रतिबंधों से संघर्ष और जटिल होते हैं। ट्रंप ने नाटो देशों को चेतावनी दी है कि वे रूस से तेल खरीदना बंद करें, अन्यथा वे अपनी सौदेबाजी की शक्ति खो देंगे। इस बीच, अमेरिका भारत और चीन पर दबाव बना रहा है।
Sep 14, 2025, 15:06 IST
चीन का कड़ा संदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नाटो सहयोगियों को रूस से तेल खरीदने पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी के बाद, चीन ने वाशिंगटन को स्पष्ट संदेश भेजा है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने स्लोवेनिया में कहा कि बीजिंग न तो युद्ध की योजना बनाता है और न ही उसमें शामिल होता है, साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि प्रतिबंध केवल संघर्षों को और जटिल बनाते हैं।
ट्रंप की नाटो को चेतावनी
ट्रंप ने नाटो देशों को एक पत्र में रूसी ऊर्जा खरीदने वाले देशों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह रूस पर बड़े प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं, बशर्ते सभी नाटो देश ऐसा करने पर सहमत हों और रूस से तेल खरीदना बंद कर दें। ट्रंप ने इन खरीदों को 'चौंकाने वाला' बताया और कहा कि नाटो देश ऐसा करके रूस के साथ अपनी सौदेबाजी की शक्ति को कमजोर कर रहे हैं।
चीन पर दबाव की कोशिश
अमेरिका पहले ही भारत पर रूसी कच्चे तेल के आयात पर भारी शुल्क लगा चुका है। अब ट्रंप का प्रशासन चीन पर भी इसी तरह के दंड लगाने का दबाव बना रहा है, जिसे रूस के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक 'जीवन रेखा' माना जाता है। अमेरिकी अधिकारी G7 देशों पर भी भारत और चीन को लक्षित करने वाले शुल्कों का समर्थन करने के लिए दबाव बना रहे हैं। वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि पुतिन की युद्ध मशीन को रोकने के लिए एक एकीकृत प्रयास की आवश्यकता है।
चीन का रुख
चीन ने रूस के साथ अपने घनिष्ठ संबंध बनाए रखते हुए टकराव से बचने की अपनी स्थिति को दोहराया है। विदेश मंत्री वांग यी ने हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत के दौरान भी यही रुख अपनाया था। स्लोवेनिया में उनकी टिप्पणियों ने वाशिंगटन की प्रतिबंध-आधारित नीति का सीधा विरोध किया।
ट्रंप की राजनीतिक रणनीति
ट्रंप ने इस युद्ध की जिम्मेदारी बाइडेन प्रशासन पर डालते हुए कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध कभी शुरू नहीं होता। उन्होंने यह भी दावा किया कि सामूहिक प्रतिबंध और रूसी तेल की खरीद बंद करने से युद्ध जल्दी खत्म होगा और हजारों जानें बचेंगी। ट्रंप ने चेतावनी दी कि नाटो एकता के बिना, यह सब केवल समय और संसाधनों की बर्बादी है।
मास्को और कीव की प्रतिक्रिया
ट्रंप की धमकियों के बावजूद, उन्होंने अभी तक मास्को पर कोई नया प्रतिबंध नहीं लगाया है, जिससे यूक्रेनी अधिकारी निराश हैं। इस बीच, रूस ने यूक्रेन पर युद्ध शुरू होने के बाद से अपना सबसे बड़ा हवाई हमला किया है। ट्रंप के बयान से यह सवाल उठ रहा है कि वह कितनी दूर तक जाने को तैयार हैं और अपने सहयोगियों से कितनी एकता हासिल कर सकते हैं।