छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे चैतन्य बघेल की न्यायिक हिरासत बढ़ी
चैतन्य बघेल की मुश्किलें बढ़ीं
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। ईडी की हिरासत समाप्त होने के बाद उन्हें 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया था। उन्हें पूछताछ के लिए पांच दिनों की ईडी रिमांड पर रखा गया था। रिमांड खत्म होने के बाद, उन्हें मंगलवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
ईडी के वकील डॉ. सौरभ पांडेय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि चैतन्य बघेल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच चल रही है। पहले उनके घर पर छापेमारी की गई और फिर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
18 जुलाई को ईडी को चैतन्य बघेल की पांच दिनों की रिमांड मिली थी। जांच के दौरान उनसे कई सवाल पूछे गए और कई दस्तावेजों की पुष्टि की गई। चूंकि पूछताछ के लिए कुछ खास जानकारी नहीं थी, इसलिए अदालत से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की गई।
डॉ. पांडेय ने कहा कि यदि आगे पूछताछ की आवश्यकता पड़ी, तो कोर्ट से अनुमति लेकर जेल में भी पूछताछ की जाएगी।
चैतन्य बघेल के वकील फैजल रिजवी ने कहा कि ईडी ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत की मांग की थी। उन्हें बिना समन के गिरफ्तार किया गया, जो कि एक अनोखा मामला है। चैतन्य बघेल को फिर 4 अगस्त को कोर्ट में पेश किया जाएगा। उनकी सुरक्षा को लेकर सेंट्रल जेल में आवेदन दिया गया है। परिजनों और वकीलों को निर्धारित समय पर मिलने की अनुमति है।