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छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का हमला: एक जवान शहीद, चार माओवादी आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों को निशाना बनाया, जिसमें एक जवान शहीद हो गया और तीन अन्य घायल हुए। इस घटना के बाद, चार माओवादी आत्मसमर्पण कर दिए। जानें इस हमले और सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बारे में पूरी जानकारी।
 

नक्सलियों का नया हमला

IED विस्फोट: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सोमवार को नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को फिर से निशाना बनाया। इंद्रावती नेशनल पार्क क्षेत्र में माओवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी के धमाके में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान शहीद हो गया, जबकि तीन अन्य घायल हुए। अधिकारियों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब सुरक्षाबल नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे।


शहीद जवान की पहचान

अधिकारियों ने बताया कि शहीद जवान का नाम दिनेश नाग था। वह डीआरजी की उस टीम का हिस्सा थे जो जंगल में अभियान चला रही थी। धमाके में घायल हुए तीन अन्य जवानों को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाकर आगे के इलाज की व्यवस्था की गई।


हमलों की निरंतरता

यह पहली बार नहीं है जब नक्सलियों ने हमला किया है। पिछले सप्ताह भी बीजापुर में नक्सलियों ने प्रेशर आईईडी का उपयोग किया था, जिसमें डीआरजी के उपनिरीक्षक प्रकाश चट्टी घायल हुए थे। पुलिस ने बताया कि 14 अगस्त को भैरमगढ़ थाना क्षेत्र में यह विस्फोट हुआ था। चट्टी अनजाने में आईईडी के संपर्क में आ गए थे, जिससे उनके पैर में गंभीर चोट आई। उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति अब स्थिर है।


संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों की चुनौतियाँ

सूत्रों के अनुसार, उस अभियान में डीआरजी के साथ विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम भी शामिल थी। दोनों टीमें मिलकर जंगल में सर्च अभियान चला रही थीं। अभियान के दौरान लगाए गए विस्फोटक उपकरण सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए हैं।


बड़ी तबाही से बचाव

एक अन्य अभियान में, बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने 10 किलो वजनी आईईडी बरामद किया। यदि यह विस्फोटक सक्रिय होता, तो बड़ी तबाही हो सकती थी। समय रहते इसे निष्क्रिय कर सुरक्षा बलों ने माओवादियों की योजना को विफल कर दिया।


गरियाबंद में सुरक्षाबलों की सफलता

रविवार को गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली। यहां मुठभेड़ के बाद चार माओवादी आत्मसमर्पण कर दिए। इन चारों पर 19 लाख रुपये का इनाम था। सरेंडर करने वालों से मिली जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने गोबरा रोड स्थित एक पहाड़ी क्षेत्र में छिपाए गए बड़े नक्सली डंप को भी बरामद किया।


हथियारों की बरामदगी

इस बरामदगी में चार बीजीएल राउंड, एक हैंड ग्रेनेड, 15 इंसास राउंड और एक मैगजीन, 15 जिलेटिन रॉड, 50 डेटोनेटर, एक एसएलआर राइफल मैगजीन और लगभग 16.50 लाख रुपये नकद शामिल हैं। यह सामग्री इस बात का संकेत है कि माओवादी बड़े हमले की योजना बना रहे थे।


अभियान जारी

छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्धसैनिक बल लगातार जंगलों में अभियान चला रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि माओवादी अब धीरे-धीरे कमजोर हो रहे हैं, जिसके कारण वे आईईडी जैसे कायराना हमलों का सहारा ले रहे हैं। हालांकि, सुरक्षाबल चौकसी बरतते हुए उनकी साजिशों को विफल कर रहे हैं और आत्मसमर्पण की राह भी प्रशस्त कर रहे हैं।