जब मंत्री ने खुद उठाया ट्रांसफार्मर: सीतापुर में प्रशासनिक लापरवाही का नजारा
सीतापुर में मंत्री का अनोखा कदम
Suresh Rahi Transformer: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में मंगलवार को प्रशासनिक लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की नाराजगी का एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। राज्य सरकार के मंत्री सुरेश राही ने खराब ट्रांसफार्मर को अपने वाहन में लादकर बिजलीघर पहुंचाने का निर्णय लिया। यह कदम उन्होंने तब उठाया जब एक जूनियर इंजीनियर ने फोन पर अभद्रता करते हुए कहा, 'खुद ट्रांसफार्मर ले आओ.'
बिजली की समस्या से परेशान गांववाले
यह घटना हरगांव क्षेत्र के कोरिया उड़नापुर गांव की है, जहां पिछले 24 घंटे से बिजली की आपूर्ति ठप थी। गांववालों की शिकायत पर मंत्री ने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर रमेश मिश्रा से संपर्क किया, लेकिन उन्हें उपेक्षा और बदसलूकी का सामना करना पड़ा। इसके बाद मंत्री ने खुद मौके पर जाकर स्थिति को संभाला।
मंत्री ने खुद उठाया ट्रांसफार्मर
गांव में बिजली की समस्या से परेशान लोगों की शिकायत पर मंत्री सुरेश राही ने खुद को रोक नहीं सके। उन्होंने खराब ट्रांसफार्मर को एक वाहन में रखवाया और उसे लेकर सीधे हुसैनगंज बिजलीघर पहुंच गए। वहां उन्होंने ट्रांसफार्मर को बिजली विभाग के हवाले किया। राही ने इस दौरान जूनियर इंजीनियर को 'निकम्मा' करार देते हुए कहा कि वह ना सिर्फ जनशिकायतों की अनदेखी करता है बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं को भी अनावश्यक रूप से टारगेट करता है।
प्रशासनिक तंत्र की नाकामी
मंत्री सुरेश राही ने कहा कि इस घटना ने प्रशासनिक तंत्र की नाकामी को उजागर कर दिया है। जनता और जनप्रतिनिधियों की बातों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने कई बार ऊर्जा मंत्री और विभाग को जानकारी दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जेई सस्पेंड, ऊर्जा मंत्री ने दी चेतावनी
घटना के बाद ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने तुरंत जूनियर इंजीनियर रमेश मिश्रा को निलंबित कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सीतापुर जिले के हरगांव क्षेत्र में बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर द्वारा माननीय राज्य मंत्री श्री सुरेश राही जी से की गई अभद्रता अत्यंत निंदनीय है। यह असंवेदनशीलता और लापरवाही अक्षम्य है।
भविष्य में नहीं बर्दाश्त की जाएगी लापरवाही
ऊर्जा मंत्री ने विभाग के सभी कर्मचारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा, 'यह घटना विभागीय प्रबंधन की ऊपर से नीचे तक की विफलता को दर्शाती है। भविष्य में किसी भी कर्मचारी द्वारा इस प्रकार की लापरवाही या दुर्व्यवहार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सख्त कार्रवाई की जाएगी.'