×

जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादियों के खिलाफ एक बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया है। इस अभियान में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियों को मिली विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है। स्थानीय निवासियों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की गई है। जानें इस अभियान की पूरी जानकारी और सुरक्षा बलों की रणनीतियों के बारे में।
 

किश्तवाड़ में सुरक्षा बलों की सक्रियता

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा एजेंसियों को एक महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हुई है, जिसके चलते पूरे क्षेत्र में उच्च सतर्कता लागू की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन खतरनाक आतंकवादी दुर्गम क्षेत्रों में छिपे हुए हैं। इन आतंकवादियों को पकड़ने के लिए भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने एक व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है।
सुरक्षा एजेंसियों को इन आतंकियों की मौजूदगी के बारे में विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी। यह आशंका जताई जा रही है कि ये आतंकवादी इलाके में शांति भंग करने या किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। किश्तवाड़ का क्षेत्र अपनी पहाड़ी और घने जंगलों के कारण आतंकियों के लिए छिपने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
तलाशी अभियान में ड्रोन और आधुनिक निगरानी उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है ताकि आतंकियों के ठिकाने का पता लगाया जा सके। सुरक्षा बल गांव-गांव और घर-घर की तलाशी ले रहे हैं, और स्थानीय निवासियों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है। पूरे जिले में कड़ी निगरानी रखी जा रही है और प्रवेश व निकास मार्गों पर अतिरिक्त चौकसी बरती जा रही है।
इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य इन आतंकियों को जल्द से जल्द निष्क्रिय करना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है। सुरक्षा बल कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहते हैं, क्योंकि जैश-ए-मोहम्मद भारत में कई बड़े आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि सुरक्षा एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और हर खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं।